सरगुजा: अंबिकापुर में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. एक पिता ने अपने दोनों बच्चों को जहर दे दिया और फिर खुद भी फांसी पर लटक गया. पिता और 8 साल की बेटी की मौत हो चुकी हैं. डेढ़ साल के बच्चे की हालत गंभीर है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड करने और बच्चों को मारने वाला शख्स जुए की लत से परेशान था. वह तीन पत्ती डॉट कॉम पर लाखों रुपये हार चुका था. इसलिए उसने यह कदम उठाया
अंबिकापुर में बच्चों को जहर देकर पिता ने की खुदकुशी
एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि 'सुबह उन्हें घटना की सूचना मिली. शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के गोधनपुर में बनी वसुंधरा विहार कॉलोनी में एक व्यवसायी सुदीप मिश्रा अपने ही घर में फांसी के फंदे पर लटका मिला. व्यवसायी सुदीप के दो बच्चे को जहरखुरानी का शिकार होने पर अस्पताल भेजा गया. जहां 8 साल की बेटी की मौत हो गई. डेढ़ साल के बेटे का इलाज जारी है.
सरगुजा में नाबालिग बेटे ने मां-पिता को मारकर जमीन में दफनाया
'तीन पत्ती खेलकर हारे लाखों रुपये'
पुलिस की अब तक कि जांच में हत्या का कारण पारिवारिक विवाद और आर्थिक तंगी है. पुलिस को घटना स्थल से 6 पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में युवक ने अपनी मौत का जिम्मेदार स्वयं को ठहराया है. पुलिस के अनुसार मृतक अपने मकान में और निर्माण कराना चाहता था जिस वजह से वह आर्थिक तंगी में था. आर्थिक तंगी से निकलने के लिए उसने तीन पत्ती डॉट कॉम पर ऑनलाइन जुआ खेलना शुरू कर दिया था. मृतक के मोबाइल में महीने भर में 4 लाख रुपए तक हारने की जानकारी मिली है. यह रकम अभी और भी बढ़ सकती है, इसकी जांच जारी है. इन सब बातों को लेकर उसका पत्नी से विवाद भी होता रहता था जिससे वह तनाव में था. अब पुलिस तीन पत्ती डॉट कॉम को नोटिस जारी कर कार्रवाई की बात कह रही है. वहीं सुसाइड नोट की भी जांच की जा रही है.
'पत्नी, बच्चों को नहीं पाल सकती इस लिए की हत्या'
सुसाइड नोट में जो बातें सामने आई है वह दिल दहलाने वाली है, मृतक सुदीप ने लिखा है कि, उसकी मौत के बाद पत्नी, बच्चों को नही संभाल पाएगी. इसलिए वह अपने दोनों बच्चों की जान ले रहा है. बताया जा रहा है कि मृतक के पिता डीके मिश्रा एरिगेशन ईई से सेवानिवृत्त होने के बाद बेटी के घर रह रहे थे व मां भी कही बाहर गई थी. मृतक की सास की आखों की रौशनी अच्छी नहीं है. इस लिए वह देख नहीं पाती और बेटी व दामाद के घर ही रहती थी. दृष्टिबाधित सास की सेवा पति और पत्नी ही कर रहे थे.