बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में अब सार्वजनिक स्थानों पर धरना प्रदर्शन के लिए अनुमति लेनी होगी. सरकार की इस गाइडलाइन का बीजेपी ने विरोध (BJP PC in Balrampur) किया है. बलरामपुर के राजपुर में बीजेपी नेता अनिल सिंह मेजर ने कहा कि ''पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार से लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रम करने और धरना प्रदर्शन के लिए अनुमति लेनी पड़ेगी.यह लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन है. कोविड-19 के समय बात कुछ और थी. क्योंकि वह महामारी का दौर था और उस समय लोगों को एक दूसरे से दूर रहना था ताकि जीवन रक्षा हो सके. इसलिए उस समय किसी भी कार्यक्रम को करने से पहले अनुमति लेनी पड़ती थी. लेकिन वर्तमान में हालात ठीक है. और ऐसे में यह कैसे तय किया जा सकता है कि किसी कार्यक्रम में कितने लोग पहुंचेंगे''
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बीजेपी ने दिया 15 दिन का समय : बीजेपी ने सरकार के इस फैसले को वापस लेने के लिए 15 दिवस का समय दिया (BJP gave fifteen days time) है. ऐसा ना करने पर पूरे प्रदेश में आंदोलन और जेल भरो अभियान की बात कही गई है. अनिल सिंह मेजर के साथ सामरी के पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैकरा, बीजेपी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर अग्रवाल, बीजेपी जिला उपाध्यक्ष मुन्ना लाल चौधरी, महामंत्री ओम प्रकाश जायसवाल समेत बीजेपी के स्थानीय नेता मौजूद थे.