सरगुजा : छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के दो जिलों के बाद एक बार फिर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरगुजा जिले के दौरे पर रहेंगे. मंगलवार को मुख्यमंत्री रायपुर से सुबह 10 बजे हेलीकॉप्टर से सीधे लुंड्रा विधानसभा के ग्राम सहनपुर उतरेंगे. यहां लोगों से भेंट मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान उनके साथ जिले के प्रभारी मंत्री शिव डहरिया व सीजीएमएससी के अध्यक्ष और लुंड्रा विधायक प्रीतम राम भी मौजूद रहेंगे. (Bhupesh Baghel to visit Lundra in Surguja )
भूपेश बघेल का लुंड्रा दौरा: सीएम दोपहर 1 बजे लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र के करजी कतकालो के कार्यक्रम में शामिल होंगे।.यहां से इसी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बटवाही जाएंगे. जहां भेंट मुलाकात करेंगे. शाम पौने 5 बजे बटवाही से महामाया मंदिर पहुंच मुख्यमंत्री पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना करेंगे. शाम पांच बजे शहर के अजिरमा स्थित गोंडवाना भवन में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में शामिल होंगे. शाम सवा 6 बजे सर्किट हाउस अंबिकापुर पहुंचेंगे. जहां विभिन्न समाज व संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करेंगे.
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लुंड्रा का चुनावी गणित: मुख्यमंत्री प्रदेश की 90 विधानसभा के दौरे पर निकले हैं. मुख्यमंत्री का यह दौरा आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में लुंड्रा का चुनावी इतिहास भी जान लीजिये. लुंड्रा सीट से कांग्रेस के प्रीतम राम ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 22179 वोटों से जीत दर्ज की थी. यहां कांग्रेस के उम्मीदवार को 77773 वोट मिले थे. बीजेपी के विजयनाथ सिंह को 55594 वोट मिले थे. लुंड्रा विधानसभा में 1 लाख 73 हजार 4 सौ 88 मतदाता हैं. इस क्षेत्र में कंवर, गोंड और मसीही समाज के लोगों की संख्या ज्यादा है. यहां की राजनीति को जातिगत समीकरण खास प्रभावित करती है.
2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आध्यात्मिक संत गहिरा गुरु के पुत्र चिन्तामणि महाराज को प्रत्याशी बनाया था. बीजेपी की तरफ से पूर्व विधायक विजयनाथ सिंह मैदान में थे. सरगुजा की सियासत के सबसे नए खिलाड़ी चिन्तामणि महाराज की जीत हुई और विजय नाथ सिंह चुनाव हार गये. इस चुनाव में कांग्रेस को 84 हजार 8 सौ पच्चीस वोट मिले बीजेपी को 64 हजार 7 सौ 71 वोट ही मिले.
2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कमलभान सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया. पूर्व विधायक रामदेव राम के खिलाफ मैदान में उतारा. लेकिन उनकी हार हुई और रामदेव राम एक बार फिर से जीते.
साल 1980 से 1990 तक कांग्रेस के भोला सिंह ने लगातार दो कार्यकाल पूरा किया. 1990 के चुनाव में पहली बार बीजेपी ने यहां खाता खोला और बीजेपी के रामकिशन सिंह विधायक बने. 1993 में कांग्रेस के भोला सिंह एक बार फिर विजय हासिल करने में सफल हुए.
लुंड्रा विधानसभा एक ऐसी विधानसभा है जिसका क्षेत्र अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में भी आता है. नगर निगम के 2 ऐसे वार्ड हैं. जिनकी विधानसभा लुंड्रा है. लेकिन मुख्य रूप से पूरी विधानसभा ग्रामीण है. लुंड्रा विधानसभा में कोई भी शहर या कस्बा नहीं है. ग्रामीण परिवेश की अधिकता है. इस लिहाज से सरगुजा जिले में ग्रामीण विकास के लिये लुंड्रा विधानसभा एक बड़ी चुनौती है.