सरगुजा: 100 बिस्तर के जिला अस्पताल के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद अब 133 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए मंजूरी मिल गई है. शासन ने डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के साथ ही जिला अस्पताल के पूरे सेटअप के लिए स्वीकृति दे दी है. इसे लेकर शासन की ओर से आदेश भी जारी किया जा चुका है और अब शासन के आदेश के बाद जिला अस्पताल भी अपने अस्तित्व में आ चुका है. जिला अस्पताल के अस्तित्व में आने के बाद उन चिकित्सकों ने राहत की सांस ली है जिन्हें मेडिकल कॉलेज में मर्ज कर दिया गया था.
स्वीकृति मिलने के बाद जिला अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मचारियों को डीएमई के अधीन मर्ज कर दिया गया था. डीएमई के अधीन होने के बाद डीएचएस के चिकित्सा अधिकारियों की समस्या बढ़ गई थी. प्रदेश के बाकी जिलों में जिला अस्पताल का सेटअप मौजूद था सिर्फ सरगुजा को छोड़कर, ऐसे में शासन की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की पहल पर सरगुजा में 100 बिस्तर के जिला अस्पताल की सैद्धांतिक स्वीकृति बजट के दौरान दी थी. जिला अस्पताल की स्वीकृति मिलने के बाद अब शासन ने जिला अस्पताल के चिकित्सकों, स्टाफ नर्स सहित अन्य पदों पर भर्ती के लिए 133 पदों की स्वीकृति दे दी है.
चिकित्सकों में खुशी का माहौल
इस स्वीकृति के बाद जिला अस्पताल के उन चिकित्सकों में खुशी का माहौल है जिन्हें डीएमई में मर्ज कर दिया गया था और वे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए जेआर के पद पर काम कर रहे थे. एक मई को शासन से स्वीकृति मिलने के बाद अब जिला अस्पताल के चिकित्सक फिर वापस सीएचएस में आ जाएंगे, लेकिन वे तब तक मेडिकल कॉलेज के लिए ही काम करेंगे.
1 मई से जिला अस्पताल अस्तित्व में आया
वर्तमान में 400 बिस्तर के जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज है और इसमें से 100 बिस्तर अब जिला अस्पताल के नाम पर होगा, जबकि 300 बिस्तर मेडिकल कॉलेज के लिए होंगे. पीएस सिसोदिया अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि जिला अस्पताल के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद अब 133 पदों पर भर्ती के लिए अनुमति मिल गई है. शासन से अनुमति मिलने के बाद अब रिक्त पदों को भरने में आसानी होगी और अब एक मई से जिला अस्पताल भी अपने अस्तित्व में आ गया है. इससे भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने की सम्भावना जताई जा रही है.
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133 पद पर शुरू होगी नियुक्ति
शासन ने जिला अस्पताल के लिए कुल 133 पदों की स्वीकृति प्रदान की है. इनमें सिविल सर्जन के एक पद के साथ ही एमडी, सर्जन, गायनिक, शिशुरोग, एनस्थीसिया, पैथोलॉजी के 2-2 चिकित्सकों के साथ ही ईएनटी, आई विभाग सहित अन्य विभागों के चिकित्सक, एक मैटर्न, नर्सिंग सिस्टर, 45 नर्सिंग स्टाफ के साथ ही 133 अधिकारी-कर्मचारियों का पूरा सेटअप दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब डीएचएस के चिकित्सक फिर से जिला अस्पताल के अधीन हो जाएंगे और इनका वेतन जिला अस्पताल से बनेगा. लेकिन ये फिलहाल मेडिकल कॉलेज के लिए ही काम करेंगे. इसके साथ ही अब नए सिरे से नए पदों पर जो भर्ती होगी वो मेडिकल कॉलेज के लिए होगी.