सरगुजा: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे अहम और महंगी जरूरत है एम्बुलेंस सेवा. प्राइवेट एम्बुलेंस बेहद महंगी होती हैं. गरीब परिवार ले लिये तो एम्बुलेंस अफोर्ड कर पाना नामुमकिन जैसा ही है. ऐसे के हमने पता लगाया की कौन कौन सी एम्बुलेंस सेवा हैं जो निःशुल्क उपलब्ध हैं. तो आइये जानते हैं आप किस योजना के तहत कब और कैसे एम्बुलेंस का निःशुल्क लाभ ले सकते (free ambulance service for poor ) हैं.
एम्बुलेंस की वापसी में भेज देते हैं डिस्चार्ज मरीज: हमने अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. लखन सिंह से जाना की मरीजों को कैसे एम्बुलेंस सेवा मिलती है. प्रदेश में संचालित 108 एम्बुलेंस की सेवा संभाग भर के मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक लाने के लिये होती है. इसके बाद जब गंभीर मरीजों को रायपुर रेफर करना पड़ता है तब भी अम्बिकापुर से रायपुर तक निःशुल्क एम्बुलेंस उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना में इलाज के बाद मरीज की वापसी की सुविधा नही दी जाती है. लेकिन संभाग भर से आने वाली एम्बुलेंस जब वापस जाती है तो के व्यवहारिकता के नाते मरीजों को उन्हीं एम्बुलेंस में वापस भेज दिया जाता (advantage of free ambulance service ) है.
प्रसूताओं को विशेष सुविधा: इसके अतिरिक्त 102 एम्बुलेंस की सुविधा प्रसव के लिये प्रसूताओं को दी जाती है. इस योजना के मरीज को उसके घर से अस्पताल तक लाना और वापस घर तक छोड़ने का भी प्रावधान है. जिले में 13 एम्बुलेंस 102 की संचालित हैं जो जिले भर से प्रसूताओं को लाने और घर तक पहुंचाने का काम करती हैं. इनमें से 3 एम्बुलेंस अम्बिकापुर मुख्यालय के लिए हैं बाकी की 10 एम्बुलेंस अन्य विकासखंडों से संचालित (free ambulance service in sarguja ) हैं.
जिले में कुल 21 एम्बुलेंस, 13 प्रसव के लिये: इसके अतिरिक्त अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के पास 5 एम्बुलेंस खुद की हैं. जिनका संचालन अस्पताल प्रबंधन ही करता है. यह एम्बुलेंस भी हर तरह की सेवा के लिये उपलब्ध होते हैं. चाहे संभाग के जिलों से मरीज को अम्बिकापुर लाना हो या फिर अम्बिकापुर से रायपुर भेजना हो, दोनों ही स्थिति के लिए सुविधा उपलब्ध है. जिले में कुल 20 वाहन 108 के पास हैं जिनमे 18 का संचालन किया जा रहा है. 2 गाड़ियां बैकअप के लिये रखी जाती हैं. इनमें से 2 गाड़ियां लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ हैं और 16 सामान्य एम्बुलेंस हैं. इस तरह जिले में 108 की 18 और अस्पताल की 5 एम्बुलेंस सहित क्युल 21 एम्बुलेंस निशुल्क सेवा दे रही हैं. इसके अतिरिक्त 13 एम्बुलेंस सिर्फ प्रसव सेवा के लिए हैं.
मुक्तांजलि प्रदेश भर में निःशुल्क: इसके अतिरिक्त 1009 मुक्तांजलि वाहन भी प्रदेश भर में उपलब्ध होते हैं. किसी मरीज की इलाज के दौरान मृत्यु हो जाने पर प्रदेश के किसी भी गावं तक यह वाहन शव को निशुल्क पहुंचाते हैं. जानकारी के आभाव में या कई बार वाहन के समय पर उपलब्ध ना होने की स्थिति में प्राइवेट वाहनों में या कंधे पर शव ले जाने के मामले चर्चा में जरूर आते हैं. लेकिन अगर सही जानकारी हो तो मृतक के परिजनों के लिए यह सुविधा सरकार ने दे रखी है.
ऐसे उठायें लाभ: इन सुविधाओं के लिये आपको सिर्फ एक फोन करना है. और सुविधा समय पर नही मिलने पर अस्पताल मर चस्पा नंबरों पर शिकायत कर देना है. मरीज को अस्पताल या रेफर करने पर रायपुर के अस्पताल तक ले जाना है तो आपको 108 पर डायल करना है. प्रसव कराने या प्रसव के बाद वापस घर जाना है तो आपको 102 डायल करना है. इलाज के दौरान मृत व्यक्ति को उसके घर तक ले जाना है तो आपको 1009 डायल करना है. अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन सभी सुविधाओ के लिये एक कार्यालय भी खोल दिया गया है. जहां इनके अधिकारियों से आप संपर्क भी कर सकते हैं.