बालोद: जिले में तीन दिन पहले गुम हुए 32 वर्षीय युवक के शव को SDRF की टीम ने 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार ढूंढ निकाला है. युवक का शव झलमला गांव स्थित तांदुला नहर में मिला है. जानकारी के मुताबिक झलमला गांव का रहने वाला योगेंद्र भारद्वाज शुक्रवार की शाम करीबन 7 बजे से लापता था. जबकि यह हादसा कैसे हुआ है. इस बात की फिलहाल पुष्टि नहीं हो पाई है.
बता दें कि बीते दिनों ही नहर से किसानों के लिए पानी छोड़ा गया है, जिसका बहाव तेज होने से यह हादसा हुआ था. आशंका यह भी जताई जा रही है कि रात के अंधेरे में पैर फिसलने से यह हादसा हुआ होगा. बताया जा रहा है कि मृतक योगेंद्र भारद्वाज की खोजबीन उनके परिवार द्वारा की जा रही थी, तभी दूसरे दिन यानी शनिवार को सुबह 8 बजे योगेंद्र के परिजनों ने झलमला से जामगांव जाने वाले मार्ग में नहर के पास उसका जूता देखा. जिसके बाद परिजनों में पंचायत के माध्यम से पुलिस को इस बात की सूचना दी.
जांच में जुटी पुलिस
सूचना मिलते ही पुलिस और SDRF की टीम ने गुम हुए युवक योगेंद्र की खोजबीन शुरू की, जिन्हें 18 घंटे के बाद सफलता मिल पाई है. नहर के पास मिले जूतों से यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि युवक नहर में गिरा है, जिसके बाद तांदुला नहर के मुख्य गेट को बंद कर नहर में भरे पानी को कम करने की कोशिश की गई. जैसे ही पानी कम हुआ, उसके बाद झलमला से जामगांव जाने वाले कच्चे रास्ते पर नहर के अंदर युवक का शव दिखाई दिया. जिसके बाद युवक को SDRF की टीम की मदद से बाहर निकाला.
प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की आशंका
बता दें कि छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में रोजाना रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जिससे नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है. जिसके कारण नदी-नालों के किनारे हादसे की आशंका बनी रहती है. ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से जब नदी-नाले उफान पर हो, तो उसके आस-पास जाना जानलेवा हो सकता है. लोगों को इससे बचना चाहिए, ताकि उन्हें नुकसान न पहुंचे. सुरक्षा के लिहाज से बारिश के मौसम में नदी नालों के आस-पास नहीं जाना चाहिए. बता दें कि मौसम विभाग ने शनिवार को भी छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है. वहीं प्रदेश के एक-दो हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने और भारी बारिश की भी संभावना जताई गई है. इस दौरान प्रदेश के अधिकतम स्थानों में तापमान में गिरावट भी हो सकती है. इसके साथ ही बस्तर से लगे जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है.