राजनांदगांव : जिला मुख्यालय के करीब 5 किलोमीटर दूर पनेका गांव के हाईस्कूल में पदस्थ शिक्षक शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वे पिछले दो दिनों से जांच के बाद क्वॉरेंटाइन थे. शिक्षक के पॉजिटिव होने के बाद पूरे स्टाफ में हड़कंप मच गया है. वहीं इस मामले को लेकर के भाजयुमो के नेता मोनू बहादुर सिंह ने जांच की मांग की है.
बताया जा रहा है कि शासन के आदेश अनुसार स्कूल में 33 फीसदी स्टाफ को ही बुलाया जाना था, लेकिन प्राचार्या ने इसे नजर अंदाज करते हुए, पूरे स्टॉफ को कार्यस्थल पहुंचने का दबाव डाला. स्कूल 4 अगस्त को खुले और तब से लेकर अब तक सभी शिक्षकों को एक साथ जबरन स्कूल बुलाया जाता रहा है.
प्राइमरी कॉन्टैक्ट में पूरा स्टाफ
इसका नतीजा है कि अब तक एक शिक्षक कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं और पूरे स्टॉफ पर आफत टूट पड़ी है. सभी स्टाफ संक्रमित शिक्षक के प्राइमरी कॉन्टैक्ट में रहे हैं. प्राचार्या की लापरवाही और तानाशाह रवैये के चलते यहां बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.
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जांच की मांग
दूसरी ओर हाईस्कूल की प्राचार्या आरती देवांगन का कहना है कि उन्होंने शासकीय कार्य को ध्यान में रखते हुए पूरे स्टॉफ की उपस्थिति सुनिश्चित की, लेकिन शासकीय आदेश की अवहेलना न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरे स्टॉफ के लिए परेशानी का सबब साबित हो रही है. अब शिक्षा विभाग इस मामले में भी कोई जांच नहीं कर पा रहा है, जबकि भाजपा युवा मोर्चा के नेता मोनू बहादुर सिंह ने इस मामले को लेकर जांच की मांग की है.