धमतरी : प्रदेश में एक बार फिर संजीवनी एक्सप्रेस 108 के कर्मचरियों ने ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश की है. जिले में संजीवनी एक्सप्रेस के EMT डायमंड निषाद और पायलट धर्मेंद्र साहू ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यवसायी के 3 लाख रुपये की राशि और 2 मोबाइल फोन परिजनों को सौंपकर यह मिसाल कायम की है. इस ईमानदारी के लिए मरीज के परिजन सहित कई लोगों ने उनकी तारीफ की है.
14 अगस्त की शाम धमतरी से रायपुर जा रहे 58 वर्षीय नरेंद्र शर्मा गुजरा-कोसमर्रा मार्ग के पास सड़क दुर्घटना में घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही ईएमटी डायमंड निषाद और पायलट धर्मेंद्र साहू फौरन घटना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान उन्होने देखा कि, नरेंद्र शर्मा बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़ा था. इसके बाद 108 एंबुलेंस की टीम ने घायल शख्स का प्राइमरी ट्रीटमेंट करते हुए, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
जिस वक्त एंबुलेंस के कर्मचारी नरेंद्र को प्राइमरी ट्रीटमेंट दे रहे थे, उसी दौरान उन्होंने पास में उसका बैग पड़ा देखा, जिसमें 3 लाख रुपये और दो मोबाइल रखे थे. ईएमटी और एंबुलेंस के पायलट ने नरेंद्र बेटे शशांक शर्मा को पुलिस के सामने बैग और उसमें रखी रकम वापस लौटाई.
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संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारियों की ईमानदारी
इससे पहले भी संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारी ईमानदारी की मिसाल पेश कर चुके हैं. बता दें कि 22 जुलाई को कवर्धा जिले में 108 संजीवनी एक्सप्रेस के ईएमटी सतेंद्र कुमार और ड्राइवर विदेशी निषाद ने ईमानदारी की मिसाल पेश की थी. उन्होंने ने भी सड़क हादसे में घायल शख्स की जेब से गिरे 1 लाख रुपयों उसके परिजनों को सौंपे थे.
बहरहाल ईएमटी और पायलट की कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी की घायल के परिजनों के साथ अब सब तारीफ कर रहे हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण के बीच 108 संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मी फ्रंट लाइन वारियर्स के रूप में पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से सेवा दे रहे हैं.