रायपुर: राजधानी के विभिन्न हिस्से में अमृत मिशन योजना के अंतर्गत पाइप लाइन बिछाने का काम पूरे जोरों पर चल रहा है. जिसके तहत जगह-जगह गड्ढे खोदे जा रहे हैं. लेकिन इस बीच पाइप लाइन बिछाने वाले कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक सड़कों पर पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदे गए गड्ढों पर न तो सुरक्षा घेरा बनाया गया है और न ही सुरक्षा के मद्देनहर कोई संकेतक लगाया गया है, जबकि आसपास घनी आबादी है. यहां छोटे बच्चे और मवेशी घूमते रहते हैं, ऐसे में हर वक्त हादसे की आशंका बनी हुई है. कर्मचारियों की ऐसी लापरवाही लोगों को भारी पड़ सकती है.
अमृत मिशन योजना
- केंद्र सरकार ने देश के 500 शहरों का कायाकल्प करने के लिए अमृत मिशन योजना की शुरुआत की है.
- अमृत मिशन योजना का पूरा नाम अटल मिशन ऑफ रेजूवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत) है.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जून 2015 में अमृत मिशन लॉन्च किया था.
- अमृत मिशन का उद्देश्य देश के सभी शहरों में जलापूर्ति, साफ-सफाई और सीवेज कनेक्शन प्रदान करना है.
- वित्त वर्ष 2015 से पांच साल के लिए अमृत मिशन पर 5000 करोड़ खर्च करने का लक्ष्य रखा गया था.
- अमृत मिशन योजना के तहत उन कस्बों या क्षेत्रों को चुना गया है, जहां बुनियादी सुविधाएं जैसे- बिजली, पानी की सप्लाई, सीवर, कूड़ा प्रबंधन, वर्षा जल संचयन, ट्रांसपोर्ट, बच्चों के लिये पार्क, अच्छी सड़क और चारों तरफ हरियाली आदि की कमी है.
- इन सुविधाओं को विकसित करने के लिए अमृत मिशन योजना की शुरुआत हुई थी.