राजनांदगांव: जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बता दें कि शहर सहित डोंगरगांव क्षेत्र के आस-पास काफी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. वहीं बीते 2 दिनों के अंदर कोरोना से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए डोंगरगांव को 10 सितंबर से 20 सितंबर तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था. इसके साथ ही पूरे शहर में लॉकडाउन किया गया था. संक्रमण की आशंका को देखते हुए इस लॉकडाउन को 26 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है. हालांकि इसमें आंशिक छूट दी गई है, जिसके तहत 20 सितंबर से 26 सितंबर तक सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति है.
लॉकडाउन के दौरान होने वाले प्रतिबंध में अस्पताल, मेडिकल शॉप, शासकीय/अर्धशासकीय कार्यालय, बैंक, मीडिया (न्यूज पेपर वितरण), पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी को मुक्त रखा गया है. वहीं सिर्फ दूध डेरी वालों को होम डिलीवरी के लिए सुबह 6 बजे से 8 बजे तक की अनुमति प्रदान की गई है. इस दौरान सभा, आयोजन, जुलूस, जिम, पार्क, क्लब, धार्मिक स्थल, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम को पूरी तरह से प्रतिबंधित बंद रखा गया है.
SDM वीरेंद्र सिंह ने लोगों से की अपील
आदेश में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि गोमास्ता एक्ट के तहत साप्ताहिक अवकाश के नियमों का कड़ाई से पालन करना आवश्यक होगा. वहीं राज्य शासन की नई गाइडलाइन के मुताबिक होम आइसोलेशन की छूट दी गई है. जिसके तहत संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है, लेकिन इस दौरान उन्हें होम आइसोलेशन के गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है. वहीं आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और एपिडेमिक एक्ट के प्रावधान के तहत कार्रवाई की जा सकती है. इस संबंध में SDM वीरेंद्र सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन को सहयोग दें और बहुत ही ज्यादा जरूरी काम होने पर घर से बाहर निकलें, ताकि संक्रमण का चैन टूट सके.
फेरी वालों का हो रहा है लगातार आना-जाना
शहर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है. वहीं बाहर से फेरीवाले जिसमें चटाई, साड़ी, टब-बाल्टी और ड्रम बेचने के लिए शहरभर में घूमते दिखाई दे रहे हैं. वर्तमान में संक्रमण का फैलाव ज्यादा है, जिससे या तो फेरीवाले खुद संक्रमण के शिकार हो सकते हैं या अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं. इसके लिए प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. इस मामले में वीरेंद्र सिंह ने बताया कि फेरी वालों के संबंध में जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी.
सदर लाइन बना हॉटस्पॉट
नगर का सदर लाइन इलाका इन दिनों कोरोना के मामले में हॉटस्पॉट बन गया है. कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले नगर के पॉश एरिया से ही आ रहे हैं. पंद्रह दिनों में 25 संक्रमितों की पहचान विभिन्न परीक्षण पद्धतियों के माध्यम से की गई है. इनमें से लगभग 12 से ज्यादा संक्रमित सदर लाइन से ही हैं, जबकि कुछ अन्य सदर लाइन में पॉजिटिव पाए गए हैं.
कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद भी ऑफिस में काम जारी
डोंगरगांव जनपद पंचायत कार्यालय में बीते बुधवार को ऑफिस में कार्यरत एक महिला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. इसके बावजूद कार्यालय को अभी तक सील नहीं किया गया है और न ही संक्रमित के संपर्क में आने वालों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. इतनी बड़ी लापरवाही का खमियाजा आने वाले दिनों में पूरे विभाग को उठाना पड़ सकता है.