जशपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए प्रदेश के सभी जिलों और सम्बंधित गांवों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इनमें से कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों की सुविधाओं को देखकर श्रमिक खुश हैं.
जशपुर जिले के कई क्वॉरेंटाइन सेंटरों में श्रमिकों को मिल रही सुविधाएं और मनोरंजन के साधनों से खुशी का माहौल बन गया है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में आने वाले श्रमिक न केवल यहां रहकर क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा कर रहे हैं, बल्कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों की रंगाई-पोताई, बागवानी और सौंदर्यीकरण में भी अपना योगदान दे रहे हैं.
नाश्ता-भोजन के साथ टीवी और रेडियो की भी व्यवस्था
जशपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में श्रमिकों को भोजन, नास्ता, स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है. इसके अलावा उनके मनोरंजन के लिए टेलीविजन(TV) और रेडियो की व्यवस्था की गई है.
गर्भवती महिलाओं का रखा जा रहा खास ध्यान
इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रही गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार साथ ही समय-समय पर उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है. जिले में करीब 699 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इनमें लगभग 3 हजार 974 प्रवासी श्रमिकों और अन्य व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. जिसमें 3 हजार 300 पुरूष और 625 महिलाएं हैं. इनमें 28 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जताया आभार
केरल से वापस लौटी कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम भण्डरी की गर्भवती महिला अंजूलता लकड़ा का कहना है कि, क्वॉरेंटाइन सेंटर में घर जैसा माहौल मिल रहा है. सेंटर में उन्हें फल, दूध और आवश्यक पोषण आहार मिल रहा है. सेंटर में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं. वही महाराष्ट्र से वापस आईं गर्भवती महिला राजकिशोरी कुजूर ने भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में घर जैसा माहौल मिलना बताया. इन प्रवासी महिलाओं ने प्रदेश वापसी के बाद प्रशासन के माध्यम से मिल रही सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया है.