बेमेतरा: स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी विगत 4 दिनों से हड़ताल पर हैं. संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर खासा असर पड़ता नजर आ रहा है. जहां सरकार अपने वादे के मुताबिक स्वास्थ्यकर्मियों का नियमितिकरण नहीं कर रही है, ऐसे में संविदा कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. लगातार विपक्षी पार्टियों का भी स्वास्थ्यकर्मियों को समर्थन मिल रहा है.
जिले की भाजपा पार्षद नीतू कोठारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिख कर स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए संविदा कर्मचारियों की मांगें पूरी करने की मांग की है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में समाजसेवी और पार्षद नीतू कोठारी ने लिखा है कि, कोरोना संकट के दौरान प्रदेशभर के करीब 13 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इस हड़ताल की वजह से राज्य की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है. हड़ताल के बाद कर्मचारियों के काम पर ना लौटने के कारण कोरोना सैंपलिंग और मरीजों के इलाज की व्यवस्था अव्यवस्था में बदल रही है. इस बिगड़ते हालात को पटरी पर लाने के लिए उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए.
जन घोषणा पत्र के वादे को सरकार करे पूरा :नीतू कोठारी
पार्षद नीतू कोठारी ने सीएम भूपेश बघेल को लिखे पत्र में कहा कि, 'प्रदेश भर के स्वास्थ्यकर्मी नियमितीकरण की मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. इन्होंने लगातार छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की है. कोरोना संक्रमण काल में भी यह कर्मचारी अपने और अपने परिवार के जीवन को दाव पर लगाकर लगातार काम कर रहे हैं. आपके जन घोषणा पत्र में संविदा नियमित कर्मचारियों को नियमितीकरण का उल्लेख किया गया है. यह लगातार शासन एवं प्रशासन के सामने अपनी मांग को रख रहे हैं. उन्होंने आगे लिखा है सरकार के दो साल का समय बीत जाने के बाद भी संविदा कर्मचारियों का नियमितिकरण नहीं किया गया है.