बीजापुर : जिले के कोविड-19 हाॅस्पिटल में अव्यवस्थाओं का आलम बढ़ता जा रहा है. पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया है कि, मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद जिला प्रशासन अस्पताल प्रबंधन और यहां की व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दे रहा है.
![Former Forest Minister Mahesh Gagda](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11:46:41:1598422601_cg-bjr-01-avyvatha-av-cg10026_26082020114335_2608f_1598422415_342.jpg)
पूर्व वन मंत्री ने कहा है कि कोविड 19 हाॅस्पिटल में भर्ती ज्यादातर लोग ग्रामीण इलाकों से हैं और उनके खाने का वक्त अलग है. वे सुबह 8 बजे खा लेते हैं और रात का भोजन शाम 6 या 7 बजे करते हैं. लेकिन कोविड हाॅस्पिटल में सुबह 10 बजे नाश्ता दिया जाता है. मंगलवार को दिन का भोजन शाम चार बजे मिला. इसी तरह सोमवार को रात का भोजन करीब साढ़े 11 बजे मिला. इतनी देर से भोजन मिलने से बच्चे खाए बिना ही सो जाते हैं. हाॅस्पिटल में चार बाथरूम हैं और मरीजों की बढ़ती संख्या से परेशानी हो रही है. पीने के पानी की भी समस्या है.
प्रभार बढ़ने के कारण अव्यवस्था
ग्रामीणों से चर्चा के बाद महेश गागड़ा ने बताया कि भोजन ठीक है और एक कमरे में दो से तीन लोग रह रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में जगह को लेकर समस्या होगी. दिन और रात में एक बार नर्स आती है और स्क्रिनिंग करती है. पहले दिन मरीजों को टेबलेट दिया गया. उन्होंने बताया कि एक ही डाॅक्टर को सीएमएचओ और सिविल सर्जन का प्रभार दिया गया है. अब तो उन्हें कोविड हाॅस्पिटल भी देखना पड़ रहा है. इसके लिए किसी और डाॅक्टर की पदस्थापना की जानी चाहिए. एक ही डाॅक्टर को तीन प्रभार देने से उन पर बोझ बढ़ना लाजमी है. जिससे हॉस्पिटल में अव्यवस्था बढ़ी है.
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जिले में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ बारिश की वजह से मौसमी बीमारियों के बढ़ने की संभावना है. फिलहाल जिले में 191 कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं, जिनमें 92 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं. प्रदेश में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 23 हजार 341 हो गई है. एक्टिव केस की अगर बात करें तो छत्तीसगढ़ में इस समय 9 हजार 388 मरीजों का इलाज चल रहा है.