ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़: राजनांदगांव में कौतूहल का विषय बना तीन आंखों वाला बछड़ा

राजनांदगांव में तीन आंखों का बछड़ा कौतूहल का विषय बन गया. इस बछड़े की एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. अंधविश्वास में लोग इस बछड़े को भोलेनाथ का स्वरूप मान रहे हैं. उसकी अगरबत्ती-फूल, नारियल और पैसा चढ़ाकर पूजा कर रहे हैं. इधर, चिकित्सकों का कहना है कि भ्रूण के सही तरीके से विकसित न होने की वजह से ऐसा हुआ है.

Three eyed calf became subject of curiosity in Rajnandgaon
राजनांदगांव में कौतूहल का विषय बना तीन आंखों वाला बछड़ा
author img

By

Published : Jan 16, 2022, 1:37 PM IST

राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में तीन आंखों का बछड़ा कौतूहल का विषय बन गया है. इस बछड़े की एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. अंधविश्वास में लोग इस बछड़े को भोलेनाथ का स्वरूप मान रहे हैं. उसकी अगरबत्ती-फूल, नारियल और पैसा चढ़ाकर पूजा कर रहे हैं. गंडई क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुंदेली के आश्रित ग्राम लोधी नवागांव में तीन आंखों वाला बछड़ा ने जन्म लिया है.

दंतेवाड़ा कलेक्टर व एसपी पहुंचे अति संवेदनशील नाहड़ी, जन चौपाल में सुनी ग्रामीणों की समस्या

देखने के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़

लोधी नवागांव के हेमंत चंदेल कृषि कार्य के अलावा गौपालन में दिलचस्पी रखता है. इनके द्वारा एक जर्सी गाय पाली गई है. गाय बीते कुछ माह से गर्भवती थी. मकर संक्रांति के दिन इनके घर शाम करीब 7 बजे इस गाय ने एक बछड़ा को जन्म दिया. इस बछड़े को तीन आंखें हैं. एक आंख सिर के मध्य में है. बताया जा रहा है कि इसके नाक में दो की जगह चार छिद्र हैं. साथ ही पूंछ जटानुमा है. यह खबर तेजी से क्षेत्र में फैल गई है. कोई इसे धार्मिक आस्था से जोड़कर तो कोई विज्ञान का चमत्कार जान कर इस तीन आंखों वाले बछड़ा को देखने पहुंच रहा है.

राजनांदगांव में कौतूहल का विषय बना तीन आंखों वाला बछड़ा

अविकसित भ्रूण है इसका कारण

पशु चिकित्सक डॉ. नरेंद्र सिंह ने तीन आंखों वाले बछड़े को लेकर किसी भी दैवीय चमत्कार से सीधे इंकार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा भ्रूण के सही तरीके से विकसित नहीं होने की वजह से हुआ. उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में भ्रूण के सही तरीके से विकसित ऐसी समस्याएं सामने आती हैं. फिर बच्चे इस तरह के डिफरेंट तरीके के शरीर वाले पैदा होते हैं. कई बार ऐसे मामलों में बच्चों के किसी जरूरी अंग के गायब होने की संभावना बनी रहती है.

राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में तीन आंखों का बछड़ा कौतूहल का विषय बन गया है. इस बछड़े की एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. अंधविश्वास में लोग इस बछड़े को भोलेनाथ का स्वरूप मान रहे हैं. उसकी अगरबत्ती-फूल, नारियल और पैसा चढ़ाकर पूजा कर रहे हैं. गंडई क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुंदेली के आश्रित ग्राम लोधी नवागांव में तीन आंखों वाला बछड़ा ने जन्म लिया है.

दंतेवाड़ा कलेक्टर व एसपी पहुंचे अति संवेदनशील नाहड़ी, जन चौपाल में सुनी ग्रामीणों की समस्या

देखने के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़

लोधी नवागांव के हेमंत चंदेल कृषि कार्य के अलावा गौपालन में दिलचस्पी रखता है. इनके द्वारा एक जर्सी गाय पाली गई है. गाय बीते कुछ माह से गर्भवती थी. मकर संक्रांति के दिन इनके घर शाम करीब 7 बजे इस गाय ने एक बछड़ा को जन्म दिया. इस बछड़े को तीन आंखें हैं. एक आंख सिर के मध्य में है. बताया जा रहा है कि इसके नाक में दो की जगह चार छिद्र हैं. साथ ही पूंछ जटानुमा है. यह खबर तेजी से क्षेत्र में फैल गई है. कोई इसे धार्मिक आस्था से जोड़कर तो कोई विज्ञान का चमत्कार जान कर इस तीन आंखों वाले बछड़ा को देखने पहुंच रहा है.

राजनांदगांव में कौतूहल का विषय बना तीन आंखों वाला बछड़ा

अविकसित भ्रूण है इसका कारण

पशु चिकित्सक डॉ. नरेंद्र सिंह ने तीन आंखों वाले बछड़े को लेकर किसी भी दैवीय चमत्कार से सीधे इंकार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा भ्रूण के सही तरीके से विकसित नहीं होने की वजह से हुआ. उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में भ्रूण के सही तरीके से विकसित ऐसी समस्याएं सामने आती हैं. फिर बच्चे इस तरह के डिफरेंट तरीके के शरीर वाले पैदा होते हैं. कई बार ऐसे मामलों में बच्चों के किसी जरूरी अंग के गायब होने की संभावना बनी रहती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.