रायपुर: छत्तीसगढ़ की आईएएस रानू साहू को तीन दिन की ईडी रिमांड पर विशेष कोर्ट ने भेज दिया है. शुक्रवार को ईडी ने छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों में अधिकारियों और नेताओं के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इसी दौरान आईएसएस रानू साहू के घर भी ईडी ने छापा मारा था. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रानू साहू को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया.
शुक्रवार को ईडी ने दी थी दबिश: शुक्रवार को रानू साहू के देवेंद्र नगर स्थित सरकारी आवास में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी को कई अलग अलग दस्तावेज मिले. जिनके आधार पर ईडी ने IAS रानू साहू को गिरफ्तार किया. ईडी ने रानू साहू पर करोड़ों रुपयों के हेरफेर का आरोप लगाया है.
ईडी की 80 सदस्यीय टीम की कार्रवाई: ईडी ने IAS रानू साहू से कोयला परिवहन से लेकर डीएमएफ और सार्वजनिक खाद्य वितरण (पीडीएस) में भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को ईडी ने रायपुर के अलावा कोरबा, अंबिकापुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ में नेता, अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की थी.
ईडी ने राजधानी रायपुर में जिन प्रमुख ठिकानों पर दबिश दी थी, उनमें प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के अनुपम नगर स्थित निवास और उनके बेटे के सिविल लाइन कार्यालय में दस्तावेजों की छानबीन की थी. देवेंद्र नगर ऑफिसर्स कॉलोनी में आइएएस रानू साहू, ठेकेदार सुनील रामदास अग्रवाल के जोरा कार्यालय और अनुपम नगर घर में कार्रवाई की गई. इसके अलावा कोरबा में नगर-निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडेय के सरकारी आवास और कार्यालय से ईडी ने बड़ी मात्रा में दस्तावेज बरामद किए थे.
रानू साहू के वकील ने क्या कहा ?: राना साहू के वकील फैजल रिजवी ने कहा कि, जब भी पूछताछ के लिए रानू साहू को बुलाया गया है. पूछताछ और जांच में उन्होंने सहयोग किया है. अक्टूबर 2022 से लेकर जनवरी 2023 तक बुलाया गया और जब जब इन्हें बुलाए गया है इन्होंने सहयोग किया है. जनवरी 2023 के बाद से आज तक इनको कोई भी समन नहीं दिया गया है. शुक्रवार को अचानक ईडी की टीम ने उन्हें हिरासत में लेकर आज कोर्ट में पेश किया है.रानू साहू पर आरोप लगाया गया है कि जब वे कोरबा में कलेक्टर थी, उसमें दो लोगों के वाट्सएप चैट सामने आए हैं. एक डायरी जब्त की गई है, जिसमें आरएस लिखा हुआ है. जिसके आधार पर उनको अरेस्ट किया गया है. ये राजनीति से प्रेरित कारवाई है"
ईडी के वकील ने क्या कहा ?: इस मामले में ईडी के वकील संजय पांडे ने बताया कि" कोल लेवी स्कैम में आज आईएएस ऑफिसर रानू साहू को गिरफ्तार किया है. हमने कोर्ट के समक्ष 14 दिन की रिमांड मांगी थी. लेकिन न्यायालय ने दोनों पक्षों के तर्कों को सुनने के बाद 3 दिन की रिमांड ईडी को दी है.कोल घोटाले मामले में बहुत सारा एसोसिएशन उनका सूर्यकांत तिवारी के साथ रहा है और सिंडिकेट रहा है. क्विक बैंक एमाउंट 5.52 करोड़ उन्होंने कोल लेवी स्कैम से प्राप्त किया था. उनकी बहुत सारी प्रॉपर्टी थी जिन्हें हमने अटैच किया है. कोल घोटाले मामले में जांच जारी है. जिन लोगों को हम नोटिस दे रहे हैं.हमारे पास लोग अपना बयान दर्ज करवाने आ रहे हैं. अभी तक हमने किसी के नाम से नॉन बेलेबल वारंट जारी नहीं किया है.लेकिन जल्दी ही हम इस पर काम करेंगे."
छत्तीसगढ़ की खदानों पर केंद्र की नजर: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आरोप लगाया कि राज्य में ईडी और आईटी छापे इसलिए पड़ रहे हैं क्योंकि केंद्र सरकार राजस्थान की खदानें अपने दोस्तों को देना चाहती है. 'छत्तीसगढ़ एक छोटा राज्य है और सबसे ज्यादा ईडी, आईटी के छापे छत्तीसगढ़ में पड़े हैं. इन छापों से मुझे जो समझ आया वह यह है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ की खदानें अपने दोस्तों को देना चाहती हैं.
रमन सिंह ने सीएम बघेल पर बोला हमला: आईएएस रानू साहू की गिरफ्तारी पर रमन सिंह ने सीएम बघेल पर पलटवार करते हुए कहा कि" पूछताछ होगी, जांच चल रही है.यह बहुत बड़ा मकड़जाल है. बहुत लोगों का इसमें हाथ है.जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी"
IAS समीर विश्नोई भी हो चुके हैं गिरफ्तार: रानू रानू साहू छत्तीसगढ़ की दूसरी आईएएस ऑफिसर हैं, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया, इससे पहले आईएएस समीर विश्नोई गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल रायपुर की सेंट्रल जेल में है. रानू साहू वर्तमान में कृषि विभाग में संचालक के पद पर पदस्थ थी. इससे पहले रानू साहू रायगढ़ जिले की कलेक्टर रह चुकी हैं. ईडी की छापामार कार्रवाई में पहले भी आईएएस रानू साहू का नाम सामने आया था हालांकि छापेमारी के बाद उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी, लेकिन अब उन्हें गिरफ्तार किया गया है.