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Politics on Ramcharitmanas: सीएम बघेल का बयान, बीजेपी राम के नाम पर कर रही वोटों की राजनीति, रामचरितमानस के मूल तत्व को समझना जरूरी

रामचरितमानस को लेकर पूरे देश में राजनीति चरम पर है. कोई पार्टी ग्रंथ के समर्थन में है तो कोई विरोध को समर्थन कर रहा है.पिछले दिनों रामचरितमानस को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया था. जिस पर बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने आपत्ति जताई थी. बृजमोहन ने सीएम भूपेश को बयान पर माफी मांगने के लिए कहा था.बृजमोहन के माफी मांगने के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने अब जवाब दिया है.

Politics on Ramcharitmanas
रामचरितमानस को लेकर पूरे देश में राजनीति
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Published : Feb 4, 2023, 9:37 PM IST

Updated : Feb 5, 2023, 6:20 AM IST

बीजेपी पर बरसे सीएम बघेल

रायपुर : रामचरितमानस पर सीएम के दिए बयान को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माफी मांगने की बात कही थी. वहीं बृजमोहन के बयान पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि "बृजमोहन अग्रवाल अपने घर की शादी में ध्यान दें. वह इधर-उधर की बातों में ध्यान ना दें. मैंने जो बात नहीं कही है उसे वह कह रहे थे. मैंने विनोबा जी की बात कही थी. विनोबा जी ने ये कहा है .उनके द्वारा कही बात शब्दश: यह दर्शन में जो बाते हैं. उसे शब्द से हमारे नहीं की बजाय उसके गुण विवेचना करके उसे स्वीकार करना चाहिए. रामायण में बहुत सारी बातें हैं कि माता-पिता की बात माननी चाहिए. राम ने रावण का भी सम्मान किया है. अपने भाई लक्ष्मण को ज्ञान देने के लिए रावण के पास जाने की बात भी कही है. राम रावण का भी सम्मान करते थे.''


जिसके माता पिता नहीं वो क्या करें : रामायण में कहा गया है कि ''माता-पिता की बात माननी चाहिए.अगर किसी के माता-पिता नहीं है तो वह व्यक्ति क्या करेगा. रामायण बहुत बड़ा ग्रंथ है. उसमें बहुत सारी बातें हैं कोई बात किसी के लिए उपयुक्त हो सकती है.एक चौपाई को लेकर अगर कोई चले तो पूरा जीवन सफल हो जाएगा. इंसान को बहुत ज्यादा करने की जरूरत नहीं है एक चौपाई ही काफी है.''

रामचरितमानस को समझना जरूरी

बीजेपी पर बरसे सीएम भूपेश : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी के कितने नेता है. जो अपने माता-पिता की बाते मानते हैं, या अपने माता पिता के पैर छूते हैं अगर ऐसे हैं तो वह बताएं? बहुत से भारतीय जनता पार्टी के नेता है जो अपने मां-बाप से अलग रहते हैं. उन्होंने अपने मां-बाप को घर से बाहर नहीं निकाला है.अगर ऐसे लोग हैं और जो मां-बाप का सम्मान करते हैं. घर के नहीं निकाले हैं. या उन्होंने अपना घर नहीं छोड़ा है. उन्हें भारतीय जनता पार्टी छोड़ देनी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी को भी ऐसे कार्यकर्ताओं को निकाल देना चाहिए. जो रामायण की पूरी बातों को नहीं मानता.किसी ने अपने पति को छोड़ा है किसी ने अपने भाई को छोड़ा है. किसी ने अपनी पत्नी को छोड़ा है. किसी ने अपने घर को छोड़ा है. रामायण एक दर्शन है. जो समाज को रास्ता बतलाता है.अच्छी बातों को स्वीकार करना चाहिए और यह हमारे लिए बहुत जरूरी है.''

"किसी के लिए राम राम तो किसी के लिए मरा मरा": सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि "रामचरित मानस ग्रंथ के मूल तत्व को समझना जरूरी है. कोई राम का नाम राम राम कर लेता है तो मरा मरा कहता है. हमें इस ग्रथ की महत्ता को समझना होगा."

ये भी पढ़ें - स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में जलाई गई रामचरितमानस की प्रतियां


वोट बैंक की कर रहे राजनीति : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ''मैंने कल भी यह बात कही है कि ''मौर्य ने जो बयान दिया है वह अपने हिसाब से राजनीति कर रहे हैं, अपनी राजनीति करके वह अपने वोट बैंक को संभाल रहे हैं.वहीं योगी आदित्यनाथ रामायण जलाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं वह अपने हिसाब से राजनीति कर रहे हैं. भगवान राम से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है. ये वोट के लिए राजनीति कर रहे है.''

बीजेपी पर बरसे सीएम बघेल

रायपुर : रामचरितमानस पर सीएम के दिए बयान को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माफी मांगने की बात कही थी. वहीं बृजमोहन के बयान पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि "बृजमोहन अग्रवाल अपने घर की शादी में ध्यान दें. वह इधर-उधर की बातों में ध्यान ना दें. मैंने जो बात नहीं कही है उसे वह कह रहे थे. मैंने विनोबा जी की बात कही थी. विनोबा जी ने ये कहा है .उनके द्वारा कही बात शब्दश: यह दर्शन में जो बाते हैं. उसे शब्द से हमारे नहीं की बजाय उसके गुण विवेचना करके उसे स्वीकार करना चाहिए. रामायण में बहुत सारी बातें हैं कि माता-पिता की बात माननी चाहिए. राम ने रावण का भी सम्मान किया है. अपने भाई लक्ष्मण को ज्ञान देने के लिए रावण के पास जाने की बात भी कही है. राम रावण का भी सम्मान करते थे.''


जिसके माता पिता नहीं वो क्या करें : रामायण में कहा गया है कि ''माता-पिता की बात माननी चाहिए.अगर किसी के माता-पिता नहीं है तो वह व्यक्ति क्या करेगा. रामायण बहुत बड़ा ग्रंथ है. उसमें बहुत सारी बातें हैं कोई बात किसी के लिए उपयुक्त हो सकती है.एक चौपाई को लेकर अगर कोई चले तो पूरा जीवन सफल हो जाएगा. इंसान को बहुत ज्यादा करने की जरूरत नहीं है एक चौपाई ही काफी है.''

रामचरितमानस को समझना जरूरी

बीजेपी पर बरसे सीएम भूपेश : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी के कितने नेता है. जो अपने माता-पिता की बाते मानते हैं, या अपने माता पिता के पैर छूते हैं अगर ऐसे हैं तो वह बताएं? बहुत से भारतीय जनता पार्टी के नेता है जो अपने मां-बाप से अलग रहते हैं. उन्होंने अपने मां-बाप को घर से बाहर नहीं निकाला है.अगर ऐसे लोग हैं और जो मां-बाप का सम्मान करते हैं. घर के नहीं निकाले हैं. या उन्होंने अपना घर नहीं छोड़ा है. उन्हें भारतीय जनता पार्टी छोड़ देनी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी को भी ऐसे कार्यकर्ताओं को निकाल देना चाहिए. जो रामायण की पूरी बातों को नहीं मानता.किसी ने अपने पति को छोड़ा है किसी ने अपने भाई को छोड़ा है. किसी ने अपनी पत्नी को छोड़ा है. किसी ने अपने घर को छोड़ा है. रामायण एक दर्शन है. जो समाज को रास्ता बतलाता है.अच्छी बातों को स्वीकार करना चाहिए और यह हमारे लिए बहुत जरूरी है.''

"किसी के लिए राम राम तो किसी के लिए मरा मरा": सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि "रामचरित मानस ग्रंथ के मूल तत्व को समझना जरूरी है. कोई राम का नाम राम राम कर लेता है तो मरा मरा कहता है. हमें इस ग्रथ की महत्ता को समझना होगा."

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वोट बैंक की कर रहे राजनीति : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ''मैंने कल भी यह बात कही है कि ''मौर्य ने जो बयान दिया है वह अपने हिसाब से राजनीति कर रहे हैं, अपनी राजनीति करके वह अपने वोट बैंक को संभाल रहे हैं.वहीं योगी आदित्यनाथ रामायण जलाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं वह अपने हिसाब से राजनीति कर रहे हैं. भगवान राम से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है. ये वोट के लिए राजनीति कर रहे है.''

Last Updated : Feb 5, 2023, 6:20 AM IST
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