फरीदाबाद: जिले के सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. दरअसल आठ दिन पहले डिलीवरी के लिए एक महिला का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद से ही महिला को टॉयलेट जाने में तकलीफ हो रही थी. इससे महिला के परिजन घबरा गए. आखिरकार महिला के परिवार वाले उसे दोबारा उसी हॉस्पिटल पहुंचे. यहां डॉक्टरों ने जांच की तो उन्हें अपनी भूल का पता चला. दरअसल ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने पट्टी महिला के पेट में ही छोड़ दी (bandage left in woman stomach Faridabad) थी.
पीड़ित महिला ने बताया कि 8 दिन पहले उसकी छोटे ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी और भूल से पट्टी पेट में ही रह गई जिसे डॉक्टरों ने बाहर निकाल दिया है. महिला के पति और सास ने कहा कि यह सब भूल से हुआ है. कोई जानबूझकर नहीं करता. इसे अब डॉक्टरों ने ठीक कर दिया है. हालांकि उनका ये जरूर कहना था कि इस गलती की वजह से महिला के साथ कुछ भी हो सकता था. गरीब और अनपढ़ होने के चलते अब यह परिवार डॉक्टरों के खिलाफ कुछ भी बोलने से डर रहा है.
महिला की सास ने बताया कि बीती 30 जनवरी को उनके बहू की सरकारी अस्पताल में डिलीवरी हुई थी. घर जाने के बाद महिला को टॉयलेट पास करने में परेशानी आ रही थी. मंगलवार सुबह जब वह टॉयलेट गई तो उसे महसूस हुआ कि कोई कपड़ा उसके अंदर है. इस पर परिजनों के साथ महिला को सरकारी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने आनन-फानन में शरीर में छोड़ी गई पट्टी को निकाला. लेकिन यह मामला मीडिया के सामने आ गया.
इस मामले को लेकर जब मीडिया ने पीएमओ डॉक्टर सरिता यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला अभी आया है. पेट के अंदर पट्टी नहीं छोड़ी जानी चाहिए थी. इस मामले की जांच करवाई जाएगी और पीड़ित महिला को तमाम दवाईयां उपलब्ध करवाई जाएंगी.
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