बीजापुर: बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के चेरपाल और पालनार मार्ग में 5 जनवरी को बड़ा हादसा हुआ था. नक्सलियों के लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से एक 8 साल की आदिवासी छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इस घटना में छात्रा की मां भी चोटिल हो गई थी. खबर है कि घटना के बाद घायल बच्ची को नक्सली अपने साथ ले गए और नक्सल मेडिकल कैंप में इलाज कर रहे हैं. इस बात का खुलासा होने के बाद से पुलिस भी हरकत में आ चुकी है.
क्या है पूरा मामला: यह घटना शुक्रवार की शाम की बताई जा रही है. जवानों को निशाना बनाने के लिए गंगालूर थाना क्षेत्र के चेरपाल और पालनार मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी जमीन के अंदर प्लांट किया था. लेकिन 8 साल की छात्रा और उसकी मां IED की चपेट में आ गई. इस घटना में छात्रा को गंभीर चोट लगी है. खबर है कि घटना के बाद घायल बच्ची को नक्सली अपने साथ ले गए और मेडिकल कैंप में इलाज कर रहे हैं.
पोटाकेबिन की छात्रा है सुनीता: जानकारी के अनुसार, बच्ची तुंगलवाया पालनार की रहने वाली है. घायल छात्रा का नाम सुनीता हेमला है. उसके पिता का नाम सुखराम हेमला बताया जा रहा है. घायल छात्रा बीजापुर रेसीडेंशियल आश्रम (पोटाकेबिन) के तीसरी कक्षा में पढ़ती है. हादसे के वक्त यह लड़की अपनी मां के साथ चेरपाल से राशन लेकर घर लौट रही थी, तभी यह हादसा हो गया.
पुलिस तफ्तीश करने में जुटी: घटना शुक्रवार 5 जनवरी की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में जानकारी मिली है. इस पर तफ्तीश की जा रही है. इससे पहले एक जनवरी को क्रॉस फायरिंग में 5 माह की बच्ची की मौत हो गई थी. जिसके बाद से इस मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया था.