बस्तर: नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. छत्तीसगढ़ में हुए बड़े नक्सली घटनाओं के मास्टरमाइंड संजय दीपक राव को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. संजय दीपक राव नक्सल संगठन के केंद्रीय कमेटी का सदस्य है. जिसके ऊपर पुलिस ने 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. छत्तीसगढ़ के अलावा यह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल समेत साउथ के इलाकों में सक्रिय था. पूछताछ में इससे कई बड़े खुलासे होने की संभावना है. इस मामले में जांच के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस हैदराबाद जाएगी
कैसे हुई नक्सली संजय दीपक राव की गिरफ्तारी? : जानकारी के अनुसार, संजय दीपक राव लंबे समय से बीमार चल रहा था. वह अपना इलाज करवाने के लिए हैदराबाद के एक अस्पताल पहुंचा हुआ था. इस दौरान इसकी जानकारी तेलंगाना पुलिस को खुफिया तौर पर मिली. जिसके बाद टीम ने अस्पताल की घेराबंदी कर संजय दीपक राव को धर दबोचा.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी (Naxalite Sanjay Deepak Rao Arrested) : बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया, "गिरफ्तार नक्सली संजय दीपक राव बस्तर संभाग के अलग अलग जिलों में हुई घटनाओं में शामिल रहा है. वह ताड़मेटला, रानीबोदली, झीरम घाटी की बड़ी घटनाओं का मास्टरमाइंड भी है. गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ के लिए बस्तर पुलिस की एक टीम भी हैदराबाद जाएगी और उससे पूछताछ करेगी. क्योंकि लंबे समय तक संजय दीपक राव बस्तर में सक्रिय था और बस्तर के बड़े नक्सलियों के बारे में राव खुलासा कर सकता है.
"गिरफ्तार नक्सली संजय दीपक राव की तलाश तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल की पुलिस कर रही थी. आखिरकार तेलंगाना पुलिस ने खूंखार नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है." - सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर रेंज
बचपन से ही वामपंथी विचारधारा से था प्रेरित: जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली संजय दीपक राव महाराष्ट्र में ठाणे के शिवगंधा नगर का मूल निवासी है. जिसने जम्मू कश्मीर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से स्नातक की पढ़ाई की है. गिरफ्तार नक्सली अपने पिता से प्रभावित था, जो एक कम्युनिस्ट ट्रेड संघ के नेता थे. बचपन से ही वह वामपंथी उग्रवादी विचारधारा की ओर आकर्षित था. पढ़ाई के दौरान संजय दोस्तों के साथ मिलकर अलगाववादी आंदोलन का भी समर्थन करता था. इसके बाद नक्सली संगठन में शामिल होकर वह नक्सलियों के लिए गोला, बारूद और हथियार पहुंचाने का काम करता था. केंद्रीय कमेटी के सदस्य संजय दीपक राव के गिरफ्तार होने से नक्सली संगठन को काफी नुकसान हुआ है.