बीजापुर: नक्सल मोर्चे पर सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बीजापुर में पुलिस ने एक नक्सल सहयोगी को अरेस्ट किया है. आरोपी के पास से दस लाख रुपये कैश मिले है. यह सभी नोट दो हजार रुपये के हैं. नक्सलियों से यह कैश लेकर यह शख्स आया था और इसे बैंक में बदलने का काम वह करने वाला था. उससे पहले ही सुरक्षाबलों ने उसे दबोच लिया. बीजापुर के एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्ना ने इसकी पुष्टि की है.
नक्सल सहयोगी दिनेश ताती गिरफ्तार: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवर्ना ने बताया कि गंगालूर के दिनेश ताती को शुक्रवार को बीजापुर के एक ट्रैक्टर शोरूम से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने जब ताती से पूछताछ की तो उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. पहले तो वह खुद को एनजीओ का सदस्य बताता रहा. फिर उसने कबूल किया कि वह नक्सलियों की गंगालूर एरिया कमेटी के चार नेताओं से 10 लाख रुपये कैश लिए थे. सभी नोट दो हजार रुपये के थे. जिसे वह बैंक में बदलने का काम करने वाला था. अगर वह इसे बदलने में कामयाब नहीं होता तो इसे नष्ट करने की योजना थी. उसके पास से एक बैंक पासबुक भी बरामद हुई है.
जब से दो हजार रुपये के नोटों को बदलने की घोषणा हुई है. तब से नक्सलगढ़ में नक्सली अपने गुर्गों से नोटों के आदान प्रदान का सिलसिला शुरू कर दिया है. इस पर पुलिस नजर रख रही है. कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इससे पहले भी 25 मई एक नक्सली कमांडर के 6 लाख रुपये को जब्त किया गया था. इसके साथ दो नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद10 जून को 1 लाख रुपये के साथ पड़ोसी दंतेवाड़ा जिले में तीन माओवादी समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था. यह सभी नोट भी दो हजार रुपये के थे.