भोपाल : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आलोचना पर एफआईआर (FIR on criticism of Father of the Nation Mahatma Gandhi) दर्ज होने के बाद कथावाचक तरुण मुरारी ने बुधवार को माफी मांगी है. एक वीडियो बयान में भागवत कथा वाचक मुरारी (Bhagwat Katha Reader Murari) ने मीडियाकर्मियों को उन्हें उकसाने के लिए दोषी ठहराया.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता का अपमान करने के इरादे के बिना यह टिप्पणी की गई थी. एक रिपोर्टर की वजह से आवेग में आकर मैंने वह बोल दिया जो मुझे नहीं कहना चाहिए था. महात्मा गांधी के बारे में सभी जानते हैं और मेरा उनका अपमान करने का कोई इरादा नहीं था.
मुरारी ने कहा कि मैं व्यक्तियों, राजनीतिक संगठनों और प्रशासन से जो मेरी टिप्पणियों से आहत हुए हैं, माफी मांगता हूं. 2 जनवरी को आयोजित एक समारोह के दौरान यह टिप्पणी की गई थी.
नरसिंहपुर की कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी अमित दांडी (Police station in-charge Amit Dandi) ने बताया कि भागवत कथा वाचक मुरारी द्वारा दो जनवरी को नरसिंहपुर जिले में महात्मा गांधी को देशद्रोही कहे जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
इससे पहले पिछले हफ्ते, स्वयंभू संत कालीचरण महाराज को छत्तीसगढ़ पुलिस ने मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था. रायपुर में एक धर्म संसद के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए यह गिरफ्तारी की गई थी.