रायपुर: मिलेट कार्निवाल 2023 के इस कार्यक्रम में भारत के नामी शैफ मिलेट के नए व्यंजन बनाना सिखाएंगे. इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ भी मिलेट्स के विषय पर चर्चा करेंगे. इस आयोजन में टीम के सदस्य कविता देव से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की...
सवाल: मिलेट्स कार्निवाल की शुरुआत होने जा रही है. यह किस तरह का आयोजन है?
जवाब: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च ने यह फैसला लिया है. मिलेट्स की जानकारी सभी तक पहुंचा नहीं, इसलिए सड़कों पर भी इसके लिए आयोजन होना चाहिए. मिलेट्स के न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है और उसे बनाने की विधि क्या है, यह बताया जाएगा. इसके साथ ही मिलेट की खेती के पर्यावरणीय लाभ और युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए, मिलेट को उगाने के तरीके शैक्षणिक संस्थानों द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन और स्थानीय लोक कलाकारों कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियां में की जाएगी. इसके साथ 10 से 12 फूड स्टॉल बनाए जा रहे हैं, जहां केवल मिलेट्स से बने फूड परोसे जाएंगे.
सवाल: क्या लोगों को यहां मिलेट से बनने वाले व्यंजन सिखाए जाएंगे ?
जवाब: इस आयोजन में दिल्ली से शैफ आ रहे हैं. इसके अलावा लोकल होटल मैनेजमेंट के शैफ भी रहेंगे, जो लोगो को अलग अलग रेसिपी सिखाएंगे. यह लाइव खाने के लिए भी मिलेगा और बनाने और सिखाने के लिए भी मिलेगा.
सवाल: किस तरह के व्यंजन बनाए और सिखाएं जाएंगे?
जवाब: मिलेट्स से बनने वाले जनरल फूड है, उनकी रेसिपी सिखाई जाएगी. जो डेलिगेट्स यहां आएंगे, उनके लिए हैदराबाद से 20 सैफ की टीम आई है, जो 300 लोगों को दोपहर में लंच और रात का डिनर बनाकर खिलाएंगे. इसमें कोदो, कुटकी, रागी और अन्य मिलेट्स से बने व्यंजन परोसे जाएंगे. साथ ही मिलेट्स से बनी मिठाइयां भी परोसी जाएंगी.
सवाल: डेलिगेट कहां कहां से आ रहे है?
जवाब: छत्तीसगढ़ के अलावा बाहर के भी डेलिगेट्स में शामिल होंगे. इनमें एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट पॉलीटिशियंस सभी आएंगे ?
सवाल: इस आयोजन से लोगों को किस तरह का फायदा होने वाला है ?
जवाब: यह आयोजन लोगों को जागरूक भी करेगा. साथ ही मिलेट का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. मिलेट्स में फाइबर ज्यादा होता है, फैट बहुत कम होता है. 100 ग्राम मिलेट फ़ूड में 4 ग्राम फैट रहता है. इसमें एमिनो एसिड ज्यादा होता है. यह फ़ूड आसानी से पच जाता है, इसलिए यह फायदेमंद है.
सवाल: आयोजन में नया क्या होने वाला है?
जवाब: इस आयोजन में नुक्कड़ नाटक के अलावा पैनल डिस्कशन होंगे, जिसमें प्रदेश और देश के एक्सपर्ट हिस्सा लेंगे. छत्तीसगढ़ में मिलेट्स को लेकर एंटरप्रेन्योरशिप कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस दिशा में चर्चा की जाएगी.