मुंबई : मुंबई समेत पूरे इलाके में ढोल की थाप पर भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन हर्षोल्लास के साथ हुआ. मुंबई में इस बार 1.93 लाख मूर्तियों का विसर्जन हुआ. पिछले 10 दिनों तक भगवान गणेश की सेवा करने के बाद, गणेश भक्तों ने गुलाल फेंककर 'गणपति बप्पा मोरया' के जयघोष के साथ विसर्जन किया. वहीं, विसर्जन के बाद बॉलीवुड हस्तियां मुंबई में जुहू ब्रिज की सफाई करने पहुंचीं. बॉलीवुड हस्तियों ने मुंबई नगर निगम के सहयोग से समुद्र तट की सफाई की (Bollywood celebrities clean Juhu Bridge). महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता ने भी इसमें भाग लिया.
मूर्ति विसर्जन में 17 प्रतिशत की वृद्धि : बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि 10 दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान मुंबई में 1.93 लाख से अधिक मूर्तियों का विसर्जन किया गया. नगर निकाय ने कहा कि इस साल देवी गौरी की 6,795 मूर्तियों सहित कुल 1,93,062 मूर्तियों का विसर्जन शहर में किया गया. बीएमसी ने कहा कि वर्ष 2021 के मुकाबले मूर्ति विसर्जन में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, क्योंकि तब कोरोनो वायरस महामारी के बीच गणेश और गौरी की कुल 1,65,040 मूर्तियों का विसर्जन किया गया था.
पिछले 10 दिनों में शहर भर में बनाए गए कृत्रिम तालाबों में 66,127 मूर्तियों का विसर्जन किया गया. दो साल के अंतराल के बाद इस वर्ष गणपति या गणेश उत्सव बिना किसी महामारी संबंधी प्रतिबंध के मनाया गया. बीएमसी के मुताबिक उत्सव के दूसरे दिन सबसे ज्यादा 60,557 मूर्तियों का विसर्जन किया गया.
मुंबई में दो साल के बाद पूरे शोर-शराबे के साथ गणपति विसर्जन : मुंबई में पूरे दो साल के बाद गणपति महोत्सव पूरे शोर-शराबे वाला रहा और 10 दिन के उत्सव के अंतिम दिन शहर में शोर का स्तर 120 डेसिबल दर्ज किया गया. शहर के एक संस्थान ने इससे जुड़े आंकड़े शनिवार को साझा किए. एनजीओ 'आवाज फाउंडेशन' द्वारा मुहैया कराई गई सूचना के अनुसार, गणपति महोत्सव के अंतिम दिन सबसे तेज आवाज 120.2 डेसिबल शुक्रवार आधी रात को दक्षिण मुंबई में स्थित ओपेरा हाउस में दर्ज की गई. संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि ट्विटर पर मुंबई पुलिस से शिकायत किए जाने के बाद ही गानों का शोर-शराबा बंद हुआ.
उन्होंने बताया कि शोर में शास्त्री नगर दूसरे स्थान पर रहा जहां लोग, ढोल, मेटल सिलेंडर और लाउडस्पीकर बजा रहे थे, यहां शोर का स्तर 118 डेसिबल दर्ज किया गया. वहीं विसर्जन के दौरान गिरगांव चौपाटी पर शोर का स्तर 106 डेसिबल रहा. उन्होंने दावा किया कि गिरगांव चौपाटी पर विसर्जन के रास्ते में और राजनीतिक दलों के पंडालों में लाउडस्पीकर का बजना देर रात 1:25 तक जारी रहा जबकि ट्विटर पर 1:06 बजे शिकायत किए जाने के बाद पुलिस मौके पर गई थी. शहर में 2019 के बाद इस साल विसर्जन के दौरान शोर-शराबा सबसे ज्यादा रहा. 2020 में शोर का स्तर 100.7 डेसिबल और 2021 में 93.1 डेसिबल दर्ज किया गया था.
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(एजेंसी इनपुट)