ETV Bharat / bharat

दिग्विजय ने की 58 घंटों में की 3000 KM नॉनस्टॉप ड्राइविंग, वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज - लक्सर के दिग्विजय सिंह

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले स्थित लक्सर के दिग्विजय ने 58 घंटों में 3000 किमी की नॉनस्टॉप ड्राइविंग कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. सितंबर माह में ही दिल्ली में दिग्विजय को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

दिग्विजय का वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
दिग्विजय का वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
author img

By

Published : Sep 17, 2021, 10:58 PM IST

हरिद्वार : हरिद्वार के एक छोटे से शहर लक्सर से ताल्लूक रखने वाले दिव्यांग दिग्विजय सिंह ने कार चलाने में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. दरअसल कार रैली में सामान्य लोगों के मुकाबले उन्होंने बिना रुके काफी कम समय में 3 हजार किमी की दूरी तय की. दिग्विजय का यह रिकॉर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. दिग्विजय की इस सफलता पर लक्सर के लोगों में खुशी का माहौल है. सितंबर महीने में दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा.

हरिद्वार के दिग्विजय का वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज

दोनों पैरों से दिव्यांग दिग्विजय सिंह ने कार रैली में सामान्य लोगों के मुकाबले 58 घंटे में 3 हजार किमी की दूरी बिना रुके पूरी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. दिग्विजय ने दिसंबर 2020 में INCAR NATION SPORTS द्वारा आयोजित गैंबल इंडिया-2020 कार रैली में प्रतिभाग किया था. कार रैली में नॉनस्टॉप 3000 किलोमीटर की दूरी 60 घंटे में तय करनी थी. रैली कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से शुरू होकर आगरा (यूपी) में खत्म हुई थी.

कार रैली में दिग्विजय ने 3 हजार किमी दूरी को 58 घंटों में बिना रुके ड्राइविंग पूरा करते हुए विशेष श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था. इस उपलब्धि को प्राप्त करने के बाद दिग्विजय ने अपना नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन किया था. वहीं, 5 महीने की जांच पड़ताल के बाद दिग्विजय का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया गया है.

पढ़ें : Positive Bharat Podcast: एक ऐसी दिव्यांग खिलाड़ी, जिसने पैरालंपिक में जीते दो पदक

वहीं, सितंबर महीने में ही दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा. दिग्विजय की इस उपलब्धि पर लक्सर नगर पालिका अध्यक्ष अमरीश गर्ग ने उन्हें बधाई देकर सम्मानित किया.

माता-पिता को दिया श्रेय

दिग्विजय सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता की कड़ी मेहनत को दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने मुझे पूरा सहयोग किया, मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. दिग्विजय ने बताया कि मुझे बचपन से ही ड्राइविंग का जुनून था. 10 से 12 वर्ष की आयु से ही ट्रैक्टर चलाना सीख लिया था.

हरिद्वार : हरिद्वार के एक छोटे से शहर लक्सर से ताल्लूक रखने वाले दिव्यांग दिग्विजय सिंह ने कार चलाने में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. दरअसल कार रैली में सामान्य लोगों के मुकाबले उन्होंने बिना रुके काफी कम समय में 3 हजार किमी की दूरी तय की. दिग्विजय का यह रिकॉर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. दिग्विजय की इस सफलता पर लक्सर के लोगों में खुशी का माहौल है. सितंबर महीने में दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा.

हरिद्वार के दिग्विजय का वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज

दोनों पैरों से दिव्यांग दिग्विजय सिंह ने कार रैली में सामान्य लोगों के मुकाबले 58 घंटे में 3 हजार किमी की दूरी बिना रुके पूरी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. दिग्विजय ने दिसंबर 2020 में INCAR NATION SPORTS द्वारा आयोजित गैंबल इंडिया-2020 कार रैली में प्रतिभाग किया था. कार रैली में नॉनस्टॉप 3000 किलोमीटर की दूरी 60 घंटे में तय करनी थी. रैली कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से शुरू होकर आगरा (यूपी) में खत्म हुई थी.

कार रैली में दिग्विजय ने 3 हजार किमी दूरी को 58 घंटों में बिना रुके ड्राइविंग पूरा करते हुए विशेष श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था. इस उपलब्धि को प्राप्त करने के बाद दिग्विजय ने अपना नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन किया था. वहीं, 5 महीने की जांच पड़ताल के बाद दिग्विजय का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया गया है.

पढ़ें : Positive Bharat Podcast: एक ऐसी दिव्यांग खिलाड़ी, जिसने पैरालंपिक में जीते दो पदक

वहीं, सितंबर महीने में ही दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा. दिग्विजय की इस उपलब्धि पर लक्सर नगर पालिका अध्यक्ष अमरीश गर्ग ने उन्हें बधाई देकर सम्मानित किया.

माता-पिता को दिया श्रेय

दिग्विजय सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता की कड़ी मेहनत को दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने मुझे पूरा सहयोग किया, मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. दिग्विजय ने बताया कि मुझे बचपन से ही ड्राइविंग का जुनून था. 10 से 12 वर्ष की आयु से ही ट्रैक्टर चलाना सीख लिया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.