रायपुर: रावणभाठा मैदान में रविवार को धर्मसभा का आयोजन किया गया. हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा के समापन के मौके पर जूना अखाड़ा प्रमुख अवधेशानंद गिरी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में देश के कोने कोने से संत पहुंचे हुए हैं. छ्त्तीसगढ़ में हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा का संयोजन विश्व हिंदू परिषद ने 18 फरवारी को चार शक्तिपीठों से किया था. धर्मसभा से एक दिन पहले साधु संतों और विहिप पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता कर छग में धर्मांतरण के लिए चर्च को ही जिम्मेदार ठहराया था.
हिंदू जब कट्टर होगा तो शांति होगी: धर्मसभा की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़े के प्रमुख अवधेशानंद गिरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा "हिंदू जब कट्टर होगा तो शांति होगी. हिंदू सबको पूजता है. सत्य की रक्षा के लिए हिंदू अपनी पत्नी बच्चे को बेच देगा."छग के बनवासियों के सराहना करते हुए कहा "बनवासियों का उपकार भुलाया नहीं जा सकता. बनवासियों ने भगवान राम को रास्ता बताया था."
सब अपना रहे हमारी संस्कृति: अवधेशानंद गिरि महराज ने कहा "हमारी संस्कृति सब अपना रहें हैं. हम हिंदू राष्ट्र यहां नहीं कह पा रहें है. पीएम ने विदेशों में योग फैलाया. भारत का झंडा फहर रहा है. जी20 की भारत आज अध्यक्षता कर रहा है. शोध से पता चला है कि पूरे विश्व में हिंदू धर्म छाया हुआ है. अकेले अमेरिका में 12 लाख योग केंद्र हैं." धर्मसभा को लेकर कहा "संत वृक्ष के समान हैं. संत दूसरों के लिए ही हैं. इस मंच पर आकर मै खुश हूं. यह दृश्य कुंभ जैसा है." अवधेशानंद ने कहा छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया हैं.
सीएम के बयान पर जितेंद्र आनंद सरस्वती ने किया पलटवार: सीएम भूपेश बघेल ने धर्मसभा के लेकर कहा कि "भाजपा समर्थित साधु संत जनता को गुमराह कर रहे हैं. अमित शाह साफ कर चुके हैं कि देश संविधान से चलेगा. यानी भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है." इस पर पलटवार करते काशी के स्वामी जितेंद्र आनंद सरस्वती ने मंच से कहा कि "देश की साजिशों की कुछ जड़ें छग से हैं. सर्वाधिक धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में क्यों हो रहा है."
देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिया जाएगा संकल्प: विश्व हिंदू परिषद के संयोजन में आयोजित धर्मसभा में अवधेशानंद गिरी महाराज, साध्वी प्राची, बालयोगेश्वर उमेश नाथ, स्वामी राजीव लोचन दास, स्वामी परमानंद, स्वामी प्रेम स्वरूपानंद, महामंडलेश्वर स्वामी सर्वेश्वर दास आदि शामिल होने पहुंचे हैं. धर्मसभा में देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के साथ ही छत्तीसगढ़ को धर्मांतरण मुक्त बनाने का संकल्प लिया जाएगा.
एक महीने में संतों ने की 4500 किलोमीटर की पदयात्रा: विहिप की अगुआई में 18 फरवरी को हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा की शुरुआत छग के चार शक्तिपीठों मां चंद्रहासिनी, मां महामाया, मां दंतेश्वरी और मां बमलेश्वरी से हुई थी. संतों ने एक महीने में 4500 किमी की पदयात्रा की. एक हजार गांवों में संतों ने जाकर हिंदू स्वाभिमान को जगाने का काम किया गया. इस दौरान उपेक्षित परिवार के भोजन करके उनका हौसला भी बढ़ाया गया.