ETV Bharat / bharat

चक्रवात 'बिपरजॉय' गंभीर तूफान में बदला, अगले 12 घंटे में गुजरात के तटों पर दिख सकता है असर

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि पूर्व-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर स्थित चक्रवात 'बिपरजॉय' के उत्तर की ओर शिफ्ट होने और अगले कुछ घंटों में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. तूफान के कारण खराब मौसम और समुद्र की स्थिति अगले तीन-चार दिनों में हवा की गति को 135-145 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है.

author img

By

Published : Jun 8, 2023, 8:34 AM IST

Updated : Jun 8, 2023, 2:57 PM IST

Etv Bharat
Etv Bharat

नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' अगले 12 घंटों के दौरान पूर्व-मध्य और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. IMD ने एक ट्वीट में कहा कि गंभीर चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और, एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया.

आईएमडी, अहमदाबाद की निदेशक मनोरमा मोहंती ने मीडिया से कहा कि कहा कि चक्रवात पोरबंदर जिले से लगभग 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है. उन्होंने कहा कि चक्रवात से तटीय जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. तूफान के कारण खराब मौसम और समुद्र की स्थिति अगले तीन-चार दिनों में हवा की गति को 135-145 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे तक ले जा सकती है. मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है.

मौसम विभाग ने मछुआरों को 14 जून तक अरब सागर में न जाने की चेतावनी दी गई है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में नौ से 11 जून के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है.

प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए गुजरात सरकार पूरी तरह से तैयार
चक्रवात 'बिपरजॉय' के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और गुजरात के तटीय जिले पोरबंदर से करीब 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित रहने के बीच राज्य सरकार ने बुधवार को कहा कि वह संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने मीडिया से कहा कि मानसून के मौसम में संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राज्य प्रशासन तैयार है.

  • VSCS BIPARJOY over eastcentral Arabian Sea, lay centered at 2330hrs IST of 07 Jun, 2023 near lat 13.6N & long 66.0E, about 870km west-southwest of Goa, 930km sw of Mumbai. It would intensify further gradually during next 48hrs & move nearly north-northwestwards during next 3days. pic.twitter.com/jbiLB41Ou8

    — India Meteorological Department (@Indiametdept) June 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कहां से कितनी दूर है चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'

आईएमडी के मुताबिक, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान वर्तमान में गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 860 किमी, मुंबई से 970 किमी दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कराची से 1350 किमी दक्षिण में है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अगले 24 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर और फिर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर 3 दिनों के दौरान आगे बढ़ेगा. सिस्टम के अंतिम गंतव्य के रूप में, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि चक्रवात कब और कहां लैंडफॉल कर सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह के अंत तक इसकी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.

चक्रवात का नाम ‘बिपरजॉय’ क्यों रखा गया है?
इस चक्रवात का नाम बंग्लादेश ने रखा है. बिपरजॉय शब्द का अर्थ है 'विपत्ति' या 'आपदा'. जानकारी के मुताबिक 2020 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन इस नाम को मान्यता दी थी. विश्व मौसम विज्ञान संगठन और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग के सदस्य देशों में चक्रवात के नामकरण की प्रणाली है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार, अटलांटिक और दक्षिणी गोलार्ध (हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत) में, उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को वर्णानुक्रम में नाम मिलते हैं. ये नाम महिलाओं और पुरुषों के नाम पर रखे जाते हैं. जबकि उत्तरी हिंद महासागर के देशों में चक्रवात के नामों को वर्णानुक्रम में सूचीबद्ध किया जाता है. ये नाम जेंडर न्यूट्रल होते हैं.

पढ़ें : Cyclone Mocha : चक्रवात 'मोचा' बांग्लादेश व म्यांमार के तटों से टकराना शुरू हुआ

पढ़ें : Cyclone Mocha : साइक्लोन मोचा का खतरा, NDRF, सेना, नौसेना और वायु सेना अलर्ट पर

पढ़ें : Cyclone Mocha : 'चक्रवात मोचा के बांग्लादेश-म्यांमार तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार'

बिपारजॉय ने मानसून के आगमन को किया प्रभावित

मौसम विभाग ने कहा है कि इस तूफान के कारण भारत में मानसून आने में देरी हो सकती है. हालांकि, निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी 'स्काइमेट वेदर' ने बताया कि केरल में मानसून 8 या 9 जून को दस्तक दे सकता है. लेकिन इस दौरान हल्की बारिश की ही संभावना है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अरब सागर के ऊपर बने शक्तिशाली चक्रवात बिपारजॉय के कारण भारत के अंदरुनी क्षेत्रों में मानसून का आगमन प्रभावित हुआ है. इसके प्रभाव में मानसून तटीय हिस्सों में पहुंच सकता है, लेकिन पश्चिम घाटों से आगे जाने में उसे संघर्ष करना पड़ेगा.

(एजेंसियां)

नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' अगले 12 घंटों के दौरान पूर्व-मध्य और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. IMD ने एक ट्वीट में कहा कि गंभीर चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और, एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया.

आईएमडी, अहमदाबाद की निदेशक मनोरमा मोहंती ने मीडिया से कहा कि कहा कि चक्रवात पोरबंदर जिले से लगभग 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है. उन्होंने कहा कि चक्रवात से तटीय जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. तूफान के कारण खराब मौसम और समुद्र की स्थिति अगले तीन-चार दिनों में हवा की गति को 135-145 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे तक ले जा सकती है. मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है.

मौसम विभाग ने मछुआरों को 14 जून तक अरब सागर में न जाने की चेतावनी दी गई है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों में नौ से 11 जून के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है.

प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए गुजरात सरकार पूरी तरह से तैयार
चक्रवात 'बिपरजॉय' के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और गुजरात के तटीय जिले पोरबंदर से करीब 1,060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित रहने के बीच राज्य सरकार ने बुधवार को कहा कि वह संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने मीडिया से कहा कि मानसून के मौसम में संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राज्य प्रशासन तैयार है.

  • VSCS BIPARJOY over eastcentral Arabian Sea, lay centered at 2330hrs IST of 07 Jun, 2023 near lat 13.6N & long 66.0E, about 870km west-southwest of Goa, 930km sw of Mumbai. It would intensify further gradually during next 48hrs & move nearly north-northwestwards during next 3days. pic.twitter.com/jbiLB41Ou8

    — India Meteorological Department (@Indiametdept) June 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कहां से कितनी दूर है चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'

आईएमडी के मुताबिक, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान वर्तमान में गोवा के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 860 किमी, मुंबई से 970 किमी दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कराची से 1350 किमी दक्षिण में है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अगले 24 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर और फिर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर 3 दिनों के दौरान आगे बढ़ेगा. सिस्टम के अंतिम गंतव्य के रूप में, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि चक्रवात कब और कहां लैंडफॉल कर सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह के अंत तक इसकी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.

चक्रवात का नाम ‘बिपरजॉय’ क्यों रखा गया है?
इस चक्रवात का नाम बंग्लादेश ने रखा है. बिपरजॉय शब्द का अर्थ है 'विपत्ति' या 'आपदा'. जानकारी के मुताबिक 2020 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन इस नाम को मान्यता दी थी. विश्व मौसम विज्ञान संगठन और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग के सदस्य देशों में चक्रवात के नामकरण की प्रणाली है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार, अटलांटिक और दक्षिणी गोलार्ध (हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत) में, उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को वर्णानुक्रम में नाम मिलते हैं. ये नाम महिलाओं और पुरुषों के नाम पर रखे जाते हैं. जबकि उत्तरी हिंद महासागर के देशों में चक्रवात के नामों को वर्णानुक्रम में सूचीबद्ध किया जाता है. ये नाम जेंडर न्यूट्रल होते हैं.

पढ़ें : Cyclone Mocha : चक्रवात 'मोचा' बांग्लादेश व म्यांमार के तटों से टकराना शुरू हुआ

पढ़ें : Cyclone Mocha : साइक्लोन मोचा का खतरा, NDRF, सेना, नौसेना और वायु सेना अलर्ट पर

पढ़ें : Cyclone Mocha : 'चक्रवात मोचा के बांग्लादेश-म्यांमार तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार'

बिपारजॉय ने मानसून के आगमन को किया प्रभावित

मौसम विभाग ने कहा है कि इस तूफान के कारण भारत में मानसून आने में देरी हो सकती है. हालांकि, निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी 'स्काइमेट वेदर' ने बताया कि केरल में मानसून 8 या 9 जून को दस्तक दे सकता है. लेकिन इस दौरान हल्की बारिश की ही संभावना है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अरब सागर के ऊपर बने शक्तिशाली चक्रवात बिपारजॉय के कारण भारत के अंदरुनी क्षेत्रों में मानसून का आगमन प्रभावित हुआ है. इसके प्रभाव में मानसून तटीय हिस्सों में पहुंच सकता है, लेकिन पश्चिम घाटों से आगे जाने में उसे संघर्ष करना पड़ेगा.

(एजेंसियां)

Last Updated : Jun 8, 2023, 2:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.