चंडीगढ़: इस बार दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. इस बार भी होड़ लगी है कि सबसे बड़ा रावण कहां पर जलाया जाएगा. हरियाणा के पंचकूला जिले में देश का सबसे बड़ा रावण जलाया जायेगा. यहां लोग बड़ी तादाद में आकर इस क्षेत्र के सबसे बड़े रावण दहन का इंतजार कर रहे हैं. पंचकूला के शालीमार गार्डन में दशहरे की तैयारी की गई है.
3 महीनों में बना 171 फीट रावण का पुतला: पंचकूला के शालीमार गार्डन में रावण का सबसे बड़ा पुतला तैयार किया जा चुका है. इस रावण के पुतले की ऊंचाई 171 फीट है. माना जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा रावण पुतला है. पूरे देश में इससे बड़ा पुतला कहीं भी नहीं है. दशहरे का आयोजन श्री माता मनसा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट और श्री आदर्श रामलीला ड्रामाटिक क्लब की ओर से किया जा रहा है. यह रावण का पुतला लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है. इस पुतले को क्रेन के सहारे खड़ा किया गया है. रावण का पुतला बनाने की तैयारी पिछले 3 महीनों से 25 कारीगरों द्वारा की जा रही है.
20 लाख की लागत से बना पुतला: रावण के इस पुतले को बनाने के लिए लाखों रुपये का खर्च किया गया है. इसको बनाने के लिए करीब 20 लाख रुपये का खर्च आया है. इस पुतले को बनाने में करीब 25 क्विंटल लोहा और सैकड़ों बंद के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, रावण का पुतला बनाने के लिए 3 हजार मीटर से ज्यादा का मैट और करीब इतना ही कपड़ा भी इस्तेमाल किया गया है. रावण के चेहरे को बनाने के लिए फाइबर का इस्तेमाल किया गया है जो करीब 1 क्विंटल का है.
देश में इससे भी ऊंचे रावण का हो चुका है दहन: वहीं, इससे इस्तेमाल होने वाले पटाखों का भी खासा ध्यान रखा गया है. इसमें इको फ्रेंडली पटाखे का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें इस्तेमाल होने वाले पटाखे को खासतौर पर तमिलनाडु से मंगवाया गया है. पंचकूला के इस सबसे बड़े 171 फीट के रावण को रिमोट की मदद से दहन किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले अंबाला के तेजेंद्र सिंह राणा ने दुनिया का सबसे ऊंचा रावण जिसकी ऊंचाई 220 फीट थी, उन्होंने बनाया था. उन्होंने यह पुतला चंडीगढ़ के धनास गांव में साल 2019 में तैयार किया था. जिसको देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे.