बीजापुर: नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव गंगा ने बुधवार 11 जनवरी को एक प्रेस नोट जारी किया. इस नोट में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर हवाई हमलों का आरोप लगाया गया है. नोट में नक्सलियों ने लिखा कि " बुधवार सुबह 11 बजे दक्षिण बस्तर के पामेड़, किस्टारम सरहदी इलाकों के मड़कनगुड़ा मेट्टागुड़ा, बोट्टेतोंग, साकिलेर, मड़पादुलेड, कन्नेमराका, पोट्टेमंगुम, बोत्तलंका, रासापल्ली और एर्रापाड़ गांव, जंगलों और पहाड़ों को निशाना बनाकर ड्रोन और हेलीकॉप्टर से तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस ने हवाई बमबारी की है. पिछले साल 15 अप्रैल को भी इन्हीं इलाकों में बमबारी की गई थी. "
महीने भर से हुई हेलीकॉप्टर से निगरानी: "हमारी पार्टी नेतृत्व और पीएलजीए को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से पूरे इलाके में महीनेभर से दिनरात लगातार हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही थी. अब तक सैकड़ों बम गिरा चुके हैं. "
अमित शाह पर निशाना: प्रेस नोट में आगे लिखा " हाल ही में कोरबा दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश से नक्सलियों को जड़ से मिटाएंगे. इस योजना के अंतर्गत घेरा डालो उन्मूलन करो अभियान संचालित करते हुए हमारकी पार्टी, पीएलजीए क्रांतिकारी जन कमेटियों और जनता का सफाया करने की योजना केंद्र की सरकार कर रही है. "
बमबारी से जनता में दहशत: नक्सलियों ने प्रेस नोट में जनता को लेकर कहा "इस भीषणा बमबारी से जनता में काफी डर का माहौल है.वे अपने खेतों में नहीं जा पा रही हैं. जबकि इस समय धान मिंजाई का काम चल रहा है."
हवाई हमलों की बात सिर्फ अफवाह: इधर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के हवाई हमलों के आरोपों का खंडन किया है. सीआरपीएफ आईजी की तरफ से बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि "मीडिया में कई तरह के समाचार चल रहे हैं. हवाई हमले की बात की जा रही है जो पूरी तरह से अफवाह है. इस पत्र में यह लिखा गया है कि" विभिन्न सोशल मीडिया द्वारा यह सूचना प्रचारित किया जा रहा है कि सुरक्षा बलों द्वारा दिनांक 11/01/2023 को बीजापुर सुकमा तेलंगाना सीमा पर हेलीकाप्टर से नक्सलियों पर हमला किया गया जो पूरी तरह गलत है."
जवानों के हेलीकॉप्टर से उतरते वक्त हुई मुठभेड़: यहां सीआरपीएफ कोबरा बटालियन की तरफ से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें मदद के लिए हेलीकॉप्टर से टुकड़ी भेजी गई थी. जब यह पार्टी बीजापुर तेलंगाना और सुकमा के जंगलों में उतर रही थी. तब नक्सलियों और कोबरा बटालियन की तरफ से फायरिंग हुई और नक्सली भागने को मजबूर हो गए. कोबरा बटालियन की टुकड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ है. नक्सलियों के नुकसान की सूचना प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है. क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है.
मुठभेड़ की वास्तविक स्थिति का खुलासा नहीं: "सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन एक विशेष फोर्स है. जिसे राष्ट्रविरोधी ताकतों से निपटने की सीख हासिल है. नक्सलियों से यह फोर्स निपटने में पूरी तरह सक्षम है. सरकार की तरफ से किए जा रहे विकास कार्यों से नक्सली बैकफुट पर है और वह अपना समर्थन खोते जा रहे हैं.
इस नक्सली घटना में अभी तक कितने नक्सलियों को नुकसान पहुंचा है. इसका खुलासा नहीं हो पाया है. टॉप नक्सल कमांडर हिड़मा के मारे जाने की खबर है. लेकिन इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.