नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी में चल रहे सियासी घमासान का हल निकालने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर करीब तीन घंटे बैठक चली. बैठक में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया भी मौजूद रहे.
दरअसल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने दावा किया था कि सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें पार्टी आलाकमान ने सीएम पद पर नियुक्त करने का वादा किया था.
हालांकि, इस मामले के बारे में पूछे जाने पर पीएल पुनिया और टीएस सिंह देव दोनों ने कहा कि आज की बैठक में ऐसी कोई 'राजनीतिक' चर्चा नहीं हुई. पुनिया ने यह भी बताया कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला करेगा उसे दोनों नेता स्वीकार करेंगे. हालांकि, यह पूछे जाने पर कि क्या बघेल सरकार के बाकी कार्यकाल के लिए सीएम पद पर बने रहेंगे, पुनिया ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
सोनिया-राहुल की सलाह पर करेंगे काम : टीएस सिंह देव
मीडिया से बात करते हुए, टीएस सिंह देव ने कहा, 'यह छत्तीसगढ़ के लिए काम करने के बारे में है. यह हमारी जिम्मेदारी है. हम सभी कांग्रेस पार्टी में एक परिवार की तरह हैं, जिसका नेतृत्व सोनियाजी और राहुलजी करते हैं. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं.' उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ में सोनिया और राहुल जो भी सलाह देंगे, हम उस पर काम करेंगे.
बघेल की सरकार को जून महीने में ढाई साल पूरे हो चुके हैं, ऐसे में अब देव समर्थक सीएम पद के लिए रोटेशनल चेंज की मांग पर जोर दे रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, टीएस सिंह देव ने साफ कर दिया है कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला करेगा उसे वह स्वीकार करेंगे लेकिन अगर स्वत: संज्ञान लिया गया तो वह मंत्री पद भी छोड़ देंगे.
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दरअसल दोनों नेताओं के बीच दरार तब और बढ़ गई जब पिछले महीने, कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. बृहस्पति सिंह को मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है.