मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर के कस्बा चरथावल के बसपा नेता अरशद राणा राणा (BSP Leader arshad rana) शुक्रवार को फूट-फूटकर रोए. इसके साथ ही उन्होंने आत्मदाह की चेतावनी (suicide warning) भी दे डाली.
उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने दो वर्ष पहले उनसे टिकट के लिए 67 लाख रुपये लिए थे. अब बिना पूछे उनका टिकट काट दिया. उनके रुपये भी वापस नहीं किए. अरशद राणा ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्मदाह करेंगे.
चरथावल विधानसभा क्षेत्र के गांव दधेड़ु निवासी अरशद राणा काफी दिनों से बसपा में सक्रिय हैं. जिला पंचायत सदस्य पद पर उनकी पत्नी ने बसपा के सिंबल पर चुनाव भी लड़ा था. अरशद राणा गौड़ काफी दिनों से बसपा से चरथावल सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. एक दिन पहले ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर जानकारी दी कि चरथावल विधानसभा सीट से पार्टी ने सलमान सईद को प्रत्याशी बनाया है.
सलमान सईद प्रदेश के पूर्व गृह राज्यमंत्री सईदुज्जमां के बेटे हैं. सलमान सईद को चरथावल से बसपा का टिकट दिए जाने की घोषणा से आहत अरशद राणा ने पहले फेसबुक पर अपनी व्यथा लिखी. इसमें उन्होंने टिकट न मिलने से आहत होने की बात कहते बसपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए. साथ ही आत्मदाह करने तक की धमकी दे डाली. अरशद राणा यहीं नहीं रुके. वह अपने समर्थकों के साथ शहर कोतवाली जा पहुंचे.
शहर कोतवाली में उन्होंने तहरीर देकर आरोप लगाया कि बसपा के वरिष्ठ नेता शमसुद्दीन राईन ने चरथावल सीट से पार्टी का टिकट दिलाने के एवज में उनसे 67 लाख रुपए लिए थे. अरशद राणा ने बसपा नेता से 67 लाख रुपए वापस दिलाने और उन पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. आरोप लगाया कि पार्टी नेताओं ने उनका तमाशा बना दिया. बंद कमरे में बैठकर उन्हें विश्वास में लेकर टिकट दूसरे को दे देते, तो उन्हें इतनी तकलीफ न होती.
शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंददेव मिश्रा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच उपरांत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे मामले में बसपा जिलाध्यक्ष सतीश रवि का कहना है कि अरशद राणा का क्या मामला है, मुझे मालूम नहीं है. उन्होंने कहा कि अरशद राणा पार्टी में हैं या नहीं यह भी साफ नहीं है. उनके पास पार्टी संगठन की और से कोई जिम्मेदारी भी नहीं है.