नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से रद्द कर दी है. वहीं सीबीएसई ने परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति जारी कर दी.
इस दौरान सीबीएसई ने कहा कि वह 12वीं क्लास का परीक्षा परिणाम तैयार करने में स्कूलों का तकनीकी रूप से सहयोग करेंगे. इसको लेकर एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है. वहीं सीबीएसई का कहना है कि पोर्टल पर काम तेजी से चल रहा है. पोर्टल बन जाने से रिजल्ट तैयार करने में आसानी होगी.
'रिजल्ट का काम तेजी से करें'
सीबीएसई का कहना है कि दसवीं क्लास का डाटा वेरीफिकेशन, जिसमें रोल नंबर, बोर्ड, अंक और पासिंग ईयर फीड किया जा रहा है. इसके अलावा ग्यारहवीं क्लास के थ्योरी का डाटा एंट्री और अपलोड हो रहा है. साथ ही सीबीएसई ने कहा कि जैसे ही दसवीं के छात्रों का डाटा मिल जाएगा, वह स्कूलों के उपयोग के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा.
सीबीएसई ने कहा कि समय बचाने के लिए स्कूलों को 11वीं क्लास का रिजल्ट कंपाइल करने की भी सुविधा दी गई है. 11वीं क्लास का परीक्षा परिणाम पूरा करने के बाद स्कूल 12वीं के इंटरनल असेसमेंट एग्जाम को कंपाइल कर सकेंगे.
सीबीएसई ने कहा कि जब यह तीनों कॉलम पूरे हो जाएंगे उसके बाद स्कूल 11वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम का मॉडरेट निकाल सकेंगे. गौरतलब है कि सीबीएसई ने सभी स्कूलों को कहा है कि रिजल्ट का काम तेजी से करें, जिससे 31 जुलाई को रिजल्ट घोषित किया जा सके.
इस तरह से तैयार होगा 12वीं क्लास का नतीजा
CBSE ने कहा कि मूल्यांकन नीति को तैयार करने के लिए सभी हितधारकों का ध्यान रखा गया है. वहीं बोर्ड ने कहा कि 12 सदस्यीय समिति हर पहलू को देखने के बाद ही इस प्रकार की मूल्यांकन नीति पर पहुंची है. इसके अलावा बोर्ड ने कहा कि 12वीं क्लास का मूल्यांकन दसवीं 30 फीसदी, 11वीं 30 फीसदी और 12वीं 40 फीसदी अंक फॉर्मूला अपनाया गया है. जिसमें दसवीं क्लास में 30 फीसदी अंक इसमें जिन पांच विषय में 3 सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा होगा उस विषय के औसत अंक को लिया जाएगा.
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इसके अलावा कहा कि 12वीं क्लास का 40 फीसदी अंक मिड टर्म एग्जाम (Mid Term Exam), प्री बोर्ड (Pre Board), यूनिट टेस्ट (Unit Test) के आधार पर दिए जाएगा. इसके अलावा सीबीएसई ने कहा कि प्रैक्टिकल एग्जाम (Practical Exam) के पहले की तरह ही पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे.
साथ ही कहा कि मूल्यांकन (Evaluation) को नियंत्रित करने के संदर्भ में गत 3 वर्षों के बोर्ड परीक्षा को संदर्भ आधार के तौर पर लिया जाएगा. अगर कोई छात्र परीक्षा परिणाम संतुष्ट नहीं होंगे जब हालात सुधरेंगे आयोजित की जाएगी उस समय उन्हें परीक्षा में शामिल होने की अनुमति होगी.
रिजल्ट बनाने के लिए हर स्कूल में 5 सदस्य कमेटी बनाई जाएगी इसमें स्कूल के प्रिंसिपल अध्यक्ष होंगे. इसके अलावा 12वीं क्लास में पढ़ाने वाले स्कूल के दो वरिष्ठ शिक्षक और दूसरे स्कूल के 2 शिक्षकों को सदस्य बनाया जाएगा.