नई दिल्ली: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मोदी सरकार को इमरजेंसी सरकार बताने वाले बयान पर केंद्रीय फूड प्रॉसेसिंग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि ममता बनर्जी ने खुद बंगाल में इमरजेंसी लगा रखी है.
उन्होंने कहा कि ममता प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री नहीं मानती हैं, ममता बनर्जी को नरेंद्र मोदी को प्रधान मंत्री मानना चाहिए क्योंकि राज्य में और केंद्र में अलग अलग सरकार है और अगर दोनों साथ नहीं चलेंगे तो देश का विकास नहीं हो पाएगा.
रामेश्वर तेली ने सीएम ममता बनर्जी से केंद्र सरकार को सहयोग करने की मांग की. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ममता को पता चल गया था कि राज्य में उनकी स्थिति नहीं थी इसलिए उन्होंने कोशिश की तो डरा धमका कर वोट हासिल कर लें.
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वहीं, उन्होंने दावा किया था अगले विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में उनकी सरकार बनेगी.
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, आज 1975 में घोषित आपातकाल की वर्षगांठ है. पिछले पांच वर्षों से देश सुपर इमरजेंसी की दौर से गुजर रहा है.
ममता ने कहा कि हमें अपने इतिहास से सबक सीखना चाहिए और देश में लोकतांत्रिक ढांचों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष करना चाहिए.
ममता के इस ट्वीट पर बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी के मंत्री प्रताप सारंगी ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि वो दादागिरी करतीं हैं. पूनम महाजन ने ममता के इस ट्वीट को दुखद बताते हुए कहा कि बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं को मारा जाता है. उनके हाथ से सत्ता निकल रही है इसलिए उन्हें यह आपातकाल नजर आ रहा है.