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कृषि विधेयकों पर दोहरी राजनीति कर रही है कांग्रेस : केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर

सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किसानों से जुड़े विधेयकों पर कांग्रेस के लगाए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और कांग्रेस पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित विपक्ष का झूठ धीरे-धीरे सामने आ रहा है. जब बाजार शुरू होने पर खरीद होगी, तो कुछ दिनों में यह नाटक खत्म हो जाएगा.

केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर
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Published : Sep 25, 2020, 6:32 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संसद से पास हुए किसानों से जुड़े बिलों का विरोध करने पर कांग्रेस को निशाने पर लिया है. उन्होंने दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास एक-एक मिनट में बिल पास करने का रहा है, जबकि हमने तो चर्चा के बाद किसानों और मजदूरों से जुड़े बिल पास किए हैं. ऐसे में कांग्रेस का यह रवैया 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' जैसा है.

केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर का कांग्रेस पर प्रहार

सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावड़ेकर ने किसानों से जुड़े बिलों पर कांग्रेस के लगाए सभी आरोपों को एक-एक कर खारिज कर दिया. उन्होंने शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा, 'कांग्रेस जब करे, तो अच्छा है हम करें तो बुरा है.'

जावडे़कर ने राज्य सभा में हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अगर विपक्षी दलों के सदस्य अपनी निर्धारित जगह पर होते, तो उन्हें डिवीजन (मत विभाजन) जरूर मिलता. उस दिन कई बार उपसभापति ने सीट पर जाकर डिवीजन मांगने को कहा था, लेकिन किसी ने कुछ सुना नहीं. डिवीजन होता, तो भी वोट हमारे पक्ष में थे.'

दरअसल, जावड़ेकर का यह जवाब, उस आरोप को लेकर आया है, जिसमें विपक्ष का कहना है कि मांग के बावजूद कृषि बिलों पर मतदान नहीं कराया गया.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर सदन को शर्मसार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'सदन में चर्चा पूरी होने के बाद भी विपक्ष के सदस्यों ने बेल में उतरकर शोर मचाया. कागज किसने फाड़ा- विपक्ष ने, उपसभापति को किसने धमकाया- विपक्ष ने, किताब किसने फेंकी- विपक्ष ने, गालीगलौज किसने की- विपक्ष ने. यह पाप कांग्रेस और विपक्षी दलों का है, लेकिन उल्टा दोष हम पर ही दे रहे हैं. यानी उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. यह चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण है.'

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर तीन सवाल दागते हुए पूछा कि क्या मनमोहन सिंह ने यह नहीं कहा था कि कांग्रेस एपीएमसी कानून में बदलाव करेगी? उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि क्या कपिल सिब्बल ने यह नहीं कहा था कि बिचौलियों को नफा ज्यादा मिलता है और किसानों को कम. किसानों को न्याय के लिए बिचौलियों की व्यवस्था खत्म करनी चाहिए. क्या राहुल गांधी और अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एपीएमसी एक्ट से कई चीजें हटाने की बात नहीं कही थीं, ताकि किसान अपना माल कही भी बेच सकें.'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित विपक्ष का झूठ धीरे-धीरे सामने आ रहा है. उन्होंने (कांग्रेस ने) प्रचारित किया कि एमएसपी खत्म होगी, जबकि एमएसपी तो घोषित हो गई. आगे बाजार शुरू होने पर खरीद होगी, तो कुछ दिनों में नाटक खत्म हो जाएगा. इनका नाटक खत्म होगा.

पढ़ें - मोदी सरकार का बड़ा एलान, पांच राज्यों की उधार लेने की सीमा बढ़ाई

जावड़ेकर ने कहा, '50 करोड़ मजदूर और 50 करोड़ किसान यानी जब सौ करोड़ लोगों के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय हुए, तब कांग्रेस सहित विपक्ष ने गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाते हुए बहिष्कार किया, जिसकी हम भर्त्सना करते हैं. हमने तो चर्चा के बाद विधेयक पास किए. कांग्रेस ने तो अपनी सरकारों में एक-एक मिनट में बिल पास किए हैं. कांग्रेस को चोरी और सीनाजोरी करने में महारत हासिल है.'

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संसद से पास हुए किसानों से जुड़े बिलों का विरोध करने पर कांग्रेस को निशाने पर लिया है. उन्होंने दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास एक-एक मिनट में बिल पास करने का रहा है, जबकि हमने तो चर्चा के बाद किसानों और मजदूरों से जुड़े बिल पास किए हैं. ऐसे में कांग्रेस का यह रवैया 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' जैसा है.

केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर का कांग्रेस पर प्रहार

सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावड़ेकर ने किसानों से जुड़े बिलों पर कांग्रेस के लगाए सभी आरोपों को एक-एक कर खारिज कर दिया. उन्होंने शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा, 'कांग्रेस जब करे, तो अच्छा है हम करें तो बुरा है.'

जावडे़कर ने राज्य सभा में हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अगर विपक्षी दलों के सदस्य अपनी निर्धारित जगह पर होते, तो उन्हें डिवीजन (मत विभाजन) जरूर मिलता. उस दिन कई बार उपसभापति ने सीट पर जाकर डिवीजन मांगने को कहा था, लेकिन किसी ने कुछ सुना नहीं. डिवीजन होता, तो भी वोट हमारे पक्ष में थे.'

दरअसल, जावड़ेकर का यह जवाब, उस आरोप को लेकर आया है, जिसमें विपक्ष का कहना है कि मांग के बावजूद कृषि बिलों पर मतदान नहीं कराया गया.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर सदन को शर्मसार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'सदन में चर्चा पूरी होने के बाद भी विपक्ष के सदस्यों ने बेल में उतरकर शोर मचाया. कागज किसने फाड़ा- विपक्ष ने, उपसभापति को किसने धमकाया- विपक्ष ने, किताब किसने फेंकी- विपक्ष ने, गालीगलौज किसने की- विपक्ष ने. यह पाप कांग्रेस और विपक्षी दलों का है, लेकिन उल्टा दोष हम पर ही दे रहे हैं. यानी उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. यह चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण है.'

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर तीन सवाल दागते हुए पूछा कि क्या मनमोहन सिंह ने यह नहीं कहा था कि कांग्रेस एपीएमसी कानून में बदलाव करेगी? उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि क्या कपिल सिब्बल ने यह नहीं कहा था कि बिचौलियों को नफा ज्यादा मिलता है और किसानों को कम. किसानों को न्याय के लिए बिचौलियों की व्यवस्था खत्म करनी चाहिए. क्या राहुल गांधी और अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एपीएमसी एक्ट से कई चीजें हटाने की बात नहीं कही थीं, ताकि किसान अपना माल कही भी बेच सकें.'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित विपक्ष का झूठ धीरे-धीरे सामने आ रहा है. उन्होंने (कांग्रेस ने) प्रचारित किया कि एमएसपी खत्म होगी, जबकि एमएसपी तो घोषित हो गई. आगे बाजार शुरू होने पर खरीद होगी, तो कुछ दिनों में नाटक खत्म हो जाएगा. इनका नाटक खत्म होगा.

पढ़ें - मोदी सरकार का बड़ा एलान, पांच राज्यों की उधार लेने की सीमा बढ़ाई

जावड़ेकर ने कहा, '50 करोड़ मजदूर और 50 करोड़ किसान यानी जब सौ करोड़ लोगों के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय हुए, तब कांग्रेस सहित विपक्ष ने गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाते हुए बहिष्कार किया, जिसकी हम भर्त्सना करते हैं. हमने तो चर्चा के बाद विधेयक पास किए. कांग्रेस ने तो अपनी सरकारों में एक-एक मिनट में बिल पास किए हैं. कांग्रेस को चोरी और सीनाजोरी करने में महारत हासिल है.'

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