जयपुर. कोरोना वायरस के संकट से उबरने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की जो घोषणा की, उसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए गए. हालांकि पिछले चार दिनों में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने उसकी पूरी जानकारी मीडिया के सामने रखी.
आर्थिक पैकेज पर शनिवार को ईटीवी भारत ने केन्द्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश को इस वित्तीय संकट से उबरने में समय नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि हमारे पास जो दृढ़ शक्ति है, उससे हम कोरोना सहित सभी संकटों से आसानी से उबर जाएंगे. इस संकट की घड़ी में यह आर्थिक पैकेज ऐतिहासिक साबित होगा.
मेक इन इंडिया को ईज कैसे करें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2020 को राष्ट्र के नाम जो संदेश दिया था, वह ऐतिहासिक था. उन्होंने जो आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात की वो अपने आप में बहुत बड़ी कल्पना है और उसको साकार करने के लिए ही 20 लाख करोड़ का पैकेज दिया गया है. इस पैकेज में हर सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही है. मेक इन इंडिया को ईज कैसे करें, उसमें जो दिक्कतें आ रही हैं उसको दूर कैसे करें ये सारा प्रयत्न जो हो रहा है वो उसी दिशा में है. हमारे यहां रॉ मैटीरियल भी उपलब्ध है. हमारे यहां इन्हेरेंट पॉवर, टैलेंट, प्रोफेशनिलज्म, डिमांड सभी चीजें हैं. ये सारा जो परिवर्तन अब हो रहा है, ये आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में है.
हमें पटरी पर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा
पूरे विश्व के देश संकट में हैं, लॉकडाउन में हैं, पूरी दुनिया की बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाएं संकट में हैं तो हमें पटरी पर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. क्योंकि हमारे यहां इनहैरेन्ट पॉवर है. प्रधानमंत्री ने एक नारा भी दिया है वन डिस्टिक वन प्रॉडक्ट. उन्होंने कहा कि कोई एक जिला जिसकी एक खासियत है. मैं बीकानेर से आता हूं, हमारे यहां रसगुल्ला, भुजिया, पापड़ की खासियत है.
'कांग्रेस नहीं समझ रही इसलिए कर रही आलोचना'
मेघवाल ने कहा कि हर जिले में कोई ना कोई खासियत है. उस खासियत में जहां-जहां कोई कमी है, उसको दूर करके आगे बढ़ाना है, यहीं पैकेज का विषय है. कांग्रेस के लोग इसको समझ नहीं पा रहे हैं और आलोचना कर रहे हैं. कांग्रेस आरोप लगाती है कि हमारी न्याय योजना के तहत गरीबों को पैसे क्यों नहीं दिए.
साइकिल उद्योग को प्रमोट करेंगे
मेघवाल ने कहा कि, साइकिल इंडस्ट्री मुझे पसंद है, क्योंकि साइकिल मैं खुद पसंद करता हूं और संसद भी साइकिल से जाता हूं. मैं पहला ऐसा सांसद हूं जिसने लड़-झगड़ कर संसद जाने का परमिशन लिया है. इसके बाद तो हमारा साइकिल क्लब भी बन गया है जिसमें 8 से 10 सांसद जुड़े हुए हैं.
कोई टेक्नोलॉजी ऐसी नहीं जो हम नहीं बना सकते
मंत्री ने कहा, धीरे-धीरे कर हमें शहरों में साइकिल ट्रैक बनाने चाहिए. हमें साइकिल को प्रमोट करना चाहिए. साथ ही अगर इसमें ई-साइकिल जुड़ जाए तो और भी अच्छा होगा. ई-साइकिल शुरू होने के बाद तमाम कलपुर्जे हम बना सकते हैं जो बाहर से आते हैं. मेघवाल ने जोर देते हुए कहा कि, कोई भी टेक्नोलॉजी नहीं है जो हम नहीं बना सकते.
इंडस्ट्री बंद पड़ी हैं. रेंटल्स, बिजली, सैलरी की बात आ रही है, ये कब तक सॉल्व हो जाएगा के जवाब में उन्होंने कहा कि एनपीए के नियमों में बदलाव किए और बैंकों को पैसे देने को कहा. पैसे की दिक्कत आ रही थी तो लिक्विडिटी उपलब्ध कराई. हर सेक्टर में लिक्विडिटी उपलब्ध कराने के फैसले से इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ेगी. टूरिज्म सेक्टर भी बढ़ जाएगा. छोटे सेक्टर्स के साथ-साथ हम बड़े सेक्टर्स को भी डील कर रहे हैं.
फार्मा इंडस्ट्री को और भी तेजी से डेवलप करेंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा, कोरोना के संकट के समय में भारत ने दुनिया के छोटे-बड़े देशों को दवा सप्लाई की है. भारत की पूरी दुनिया में इसके लिए प्रशंसा भी हो रही है, लेकिन अभी भी बहुत सी गुंजाइश है. दूसरे देशों से आयात होने वाली दवाओं को लेकर मेघवाल ने कहा कि, हम फार्मा इंडस्ट्री में डेवलप करने का काम कर रहे हैं. भारत से अफ्रीकन देश भी उम्मीद करते हैं. साउथ-एशियन देश भी हमसे अपेक्षा करते हैं. मेघवाल ने कहा, मैं कहना चाहूंगा सरकार इसके लिए और भी तेजी से काम करेगी और हम इस सेक्टर में जल्द ही और तेजी से आगे बढ़ेंगे.
मोदी सरकार के 20 हजार करोड़ के पैकेज पर कांग्रेस दो गुटों में बटी
अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि, कांग्रेस के विरोध करने की यह एक सोची समझी रणनीति है. क्योंकि उन्हें अब लगने लगा है कि यह तो बहुत ही पॉपुलर पैकेज आ गया है, इसलिए आलोचना की जा रही है. मेघवाल ने कहा, पीएम की ओर से राहत पैकेज की घोषणा किए जाने के बाद कांग्रेस में भी दो गुट थे. एक आलोचना करने वाला दूसरा नहीं करने वाला. राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने भी आलोचना नहीं की थी उन्होंने अपने पहले ट्वीट पर लिखा था कि, देर आए दुरुस्त आए. लेकिन फिर शायद पार्टी के दबाव में आकर आलोचना शुरू कर दी.