बस्तर: नक्सली हर साल की तरह इस साल भी PLGA सप्ताह मना रहे हैं. 21 सितंबर से 27 सितंबर तक नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA ) ने स्थापना दिवस मनाने का भी ऐलान किया है. जिसकी शुरुआत हो गई है. इस दौरान नक्सलियों ने बस्तर में बंद का आह्वान किया है. इस सप्ताह को सफल बनाने के लिए बस्तर संभाग के अंदरुनी इलाकों में पर्चे फेंके गए हैं. जिसमें नक्सलियों ने स्थापना दिवस को लेकर कई बड़ी बातों का ऐलान किया है.
सुकमा में नक्सलियों ने फेंके पर्चे (PLGA Week) : इस दौरान सुकमा के इंजरम भेज्जी मार्ग पर नक्सलियों ने पर्चा फेंका है. जिसमें नक्सली संगठन की स्थापना दिवस की 19वीं वर्षगांठ मनाने का ऐलान किया है. नक्सलियों की तरफ से की गई इस घोषणा के बाद बस्तर में सुरक्षा बलों ने सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है. ट्रेनों के ऑपरेशन को लेकर भी एहतियात बरते जा रहे हैं. सुरक्षा के लिहाज से विशाखापट्टनम किरंदुल में यात्री ट्रेनों के संचालन पर सतर्कता बरती जा रही है. ट्रेनों को किरंदुल नहीं भेजने का फैसला किया गया है. पीएलजीए सप्ताह के दौरान ट्रेनों के संचालन को लेकर काफी एहतियात बरती जा रही है.
"पीएलजीए सप्ताह के तहत नक्सलियों के बस्तर बंद को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. एंटी नक्सल ऑपरेशन को संचालित किया जा रहा है. नक्सली हिंसा को रोकने की तैयारी की गई है. तेलंगना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है. छत्तीसगढ़ से तेलंगाना जाने वाली गाड़ियों को सुरक्षा के लिहाज से रोका जा रहा है. रात दस बजे के बाद इस इलाके से वाहन नहीं भेजने का फैसला लिया गया है. छत्तीसगढ़ पुलिस और तेलंगाना पुलिस दोनों राज्यों के बीच रात में चलने वाली गाड़ियों को लेकर बात भी कर रही है": सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर
बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में नक्सली: पीएलजीए सप्ताह के दौरान नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इससे पहले नक्सलियों ने तेलंगाना और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर यात्री बसों को नुकसान पहुंचाया था. नक्सलियों की साजिश को नाकाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां और छत्तीसगढ़ पुलिस मुस्तैद है. नक्सलियों की गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसिया भी अलर्ट हैं.