जगदलपुर : छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग बेहद संवेदनशील है. नक्सलियों के कारण बस्तर संभाग के कई जगहों पर मतदान कराना चुनौती भरा होता है.नक्सली संगठन सभी तरह के राजनीतिक चुनाव का बहिष्कार करते हैं. बस्तर संभाग का सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर जैसे जिलों में नक्सलियों की मौजूदगी बनी रहती है. इन जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए नक्सली छोटी बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं.
बस्तर संभाग में 1 लाख सुरक्षा जवान होंगे तैनात : बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाको में किसी भी चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना एक बड़ा टास्क है. सुरक्षाबल के जवानों और निर्वाचन अधिकारियों कर्मचारियों के लिए चुनाव के दौरान शांति बनाए रखना पहली चुनौती होती है..शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए बस्तर संभाग में जवानों ने कमर कस ली है. सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकिंग के साथ नक्सल विरोधी अभियान भी तेज कर दिया गया है. बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 1 लाख से अधिक जवानों के सुरक्षा के साये में 2023 का विधानसभा चुनाव सम्पन्न कराया जायेगा.
बस्तर संभाग की सुरक्षा में महिला फाइटर्स भी रहेंगी आगे : बस्तर संभाग में स्थानीय युवक युवतियों को लेकर नक्सली मोर्चे पर बस्तर फाइटर की तैनाती कर दी गई है. जिसमें बड़ी संख्या में महिला कमांडो भी शामिल हैं. इसके अलावा पहले से ही DRG, दंतेश्वरी फाइटर्स, दुर्गा फाइटर्स, जिला बल में मौजूद महिला बल की संख्या काफी है. महिला सुरक्षा कर्मी भी मतदान केंद्रों में सुरक्षा देंगी. एक तरफ छत्तीसगढ़ विधानसभा 2023 के चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. वहीं बस्तर में चुनाव संपन्न करने के लिए महिला कमांडो की तैनाती मतदान केंद्रों में होगी. जो काफी सराहनीय है.बस्तर आईजी सुन्दराज पी. ने कहा कि आगामी 7 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान बस्तर संभाग में संपन्न किया जाएगा. इस प्रक्रिया को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी तैयारी की गई है.
35 मतदान केंद्रों की सुरक्षा महिला कमांडो के हाथ : छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 35 मतदान केंद्रों की सुरक्षा पूरी तरह से बस्तर फाइटर्स की महिला कमांडो करेंगी. एक बूथ ट्रांसजेंडर पुलिस की निगरानी में होगा. बस्तर संभाग के सात में से छह जिलों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है. आपको बता दें कि संभाग में 9.9 लाख पुरुषों की तुलना में 10.4 लाख महिला मतदाता हैं.
पहले से ही बस्तर पुलिस के पास DRG, एसटीएफ, कोबरा, जिला बल और केंद्रीय अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ, बीएसएफ,आईटीबीपी के जवान तैनात है. इसके अतिरिक्त बाहर से भी चुनाव आयोग के माध्यम से अतिरिक्त बल प्राप्त हुआ है. इन सभी सुरक्षाबल के जवानों को आवश्यक इलाकों में तैनात किया गया है. और जिन इलाकों में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. वहां सुरक्षाबल के जवानों की संख्या को बढ़ाकर और तेजी से ऑपरेशन तेज कर दी गई है.'सुंदरराज पी, आईजी बस्तर
सीमावर्ती इलाकों में विशेष निगरानी : सीमावर्ती इलाकों में भी जवान तैनात हैं. इसके लिए पहले से ही होमवर्क किया गया है. ताकि सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी हो सके. और चुनाव का कार्य सुरक्षित रीति से संपन्न हो सके. बिना किसी वारदात के संपन्न किया जा सके. इसके साथ ही बस्तर आईजी जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य से लगे सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत करके सुरक्षा के इंतजाम को तगड़ा किया गया है. चौक चौराहों पर और बस्तर संभाग से लगे सीमावर्ती इलाकों में चेकिंग पोस्ट लगाया गया है. ताकि किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि ना हो.