नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की. इसके साथ ही उन्होंने चक्रवात 'बिपरजॉय' की तैयारियों की भी समीक्षा की. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात के उन जिलों के सांसद जो चक्रवात से प्रभावित हो सकते हैं, वे भी वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल रहे. बाद में अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आठ संभावित प्रभावित जिलों के सांसदों के साथ चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा विस्तार रूप से करने के लिए एक और बैठक करेंगे.
मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय कमजोर होकर काफी भयंकर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस) में बदल गया है. मौसम विभाग के अनुसार, बेहद गंभीर चक्रवात अब काफी भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. यह तूफान कल रात 11.30 बजे तक पोरबंदर के दक्षिण पश्चिम में लगभग 310 कि.मी, देवभूमि द्वारका के दक्षिण पश्चिम में 320 कि.मी, जखाऊ पोर्ट के दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 380 कि.मी में स्थित है. 15 जून की शाम तक यह काफी भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में जखाऊ पोर्ट (गुजरात) को क्रॉस करने की संभावना है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सिलसिले में सोमवार को तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पीएम मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम. रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र सहित अन्य शामिल थे. बैठक के दौरान दी गई एक प्रस्तुति के अनुसार, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में गुरुवार से शाम तक 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है. तब इसकी रफ्तार 145 किमी प्रति घंटे रह सकती है.
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गुजरात के तटीय इलाकों में मछली पकड़ने की गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है और अधिकारी चक्रवात बिपोरजोय के मद्देनजर तटीय जिलों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. तटीय देवभूमि द्वारका के अधिकारियों ने कहा कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.