लखनऊ/मैनपुरी : यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार झूठे आंकड़े प्रस्तुत करने का रिकार्ड बना रही है. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 131 करोड़ से ज्यादा पौधरोपण का दावा किया जा रहा है, जबकि पौधारोपण के नाम पर अधिकतर जिलों में सिर्फ खानापूर्ति हुई है. भाजपा सरकार छह साल से अधिक समय से सड़कों पर गड्ढे भरने के झूठे दावे करती चली आ रही है. कई तारीखों और कई बजटों के आवंटन के बावजूद कहीं काम होता नहीं दिख रहा है. सड़कों के गड्ढ़े भरे नहीं गए हैं. तमाम जनपदों में सड़कों में गड्ढ़ों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मौतें हो रही हैं. मुख्यमंत्री जी बताते नहीं कि गड्ढे़ भरने के लिए बजट में जो धनराशि रखी गई थी वह किसकी जेब में चली गई है.
अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है. गड्ढ़ामुक्त सड़कों के नाम पर केवल झूठी बयानबाजी हो रही है. बस्ती, मेरठ, मैनपुरी और कन्नौज में जर्जर सड़कों में कई-कई फुट के गहरे गड्ढे हो गए हैं. राजधानी लखनऊ में विभिन्न क्षेत्रों में सड़कें खुदी पड़ी हैं और गड्ढे बिना भरे पड़े हुए हैं. भाजपा सरकार का सबसे बड़ा झूठ तो बिजली की आपूर्ति को लेकर है. साढ़े छह साल में एक भी बिजली का प्लांट नहीं लगाया गया है. न ही बिजली के प्लाटों की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी हुई है. फिर भी 24 घंटे बिजली देने का झूठा दावा किया जा रहा है. केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति करने में हिमांचल प्रदेश को छोड़कर देश के अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश पीछे है. समाजवादी सरकार ने बिजली की जो व्यवस्था बनाई गई थी उसको भी भाजपा सरकार ने चौपट कर दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जाहिर है कि भाजपा सरकार में जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा है. सिर्फ हवा-हवाई झूठे वादे किए जा रहे हैं. समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर भाजपा सरकार अपनी उपलब्धियां गिना रही है. भाजपा की साजिशों और षड़यंत्रों से जनता परिचित है. जनता मन बना चुकी है कि वह भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त देकर संविधान और लोकतंत्र को बचाएगी.
मैनपुरी में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की हर झूठी बात में मीडिया शामिल हो जाती है या वह लोग जिन्हें इनफ्लुएंसर कहा जाता है और वो इनफ्लुएंसर नहीं वह बीजेपी के पैसे पर इनफ्लुएंसर हैं. पहले उन्होंने TV पर चलवाया कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता इंद्रजीत सरोज बीजेपी में जा रहे हैं. पूजा पाल विधायक वह बीजेपी में जा रही हैं. यह बीजेपी की रणनीत है, जिससे कि आप और हम टमाटर की बात न करें. यह जो जुमला उछाला जा रहा है मार्केट में यह इसलिए है ताकि टमाटर की बात न कर सकें.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के बयान पर अखिलेश ने कहा कि राक्षस थोड़ा कठिन शब्द लग रहा है. बीजेपी का कोई नेता सुर में नहीं है. TMC के कार्यक्रम में 'ममता फॉर पीएम' का पोस्टर, शुभेंदु बोले- 'स्पेशल 26' से प्रधानमंत्री की पहली दावेदार पर अखिलेश ने कहा कि यह तो अच्छी बात है यह तो कार्यकर्ता होते हैं. कभी-कभी मंच से हमारी भी नारे लगा देते हैं कि अगला प्रधानमंत्री कौन हो... यह तो कार्यकर्ता हैं और अगर कर्मी किसी पॉलिटिकल पार्टी का सपना देख रहा हे तो यह सपना खराब नहीं है. उससे तो लोकसभा के सांसद ही ज्यादा जीतेंगे और बीजेपी हारेगी इसलिए हमें और आपको खुश रहना चाहिए.
चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कमेटी में CJI को कमेटी से बाहर रखने पर सवार पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस इसमें अपना कंट्रोल चाहती है. इससे सरकार इसमें अपना कोई अप्वाइंट कर लेगी. वह जानते थे कि कोई इसमें जूडीशरी का होगा या माननीय सुप्रीम कोर्ट से कोई होगा तो कोई ऑब्जेक्शन उठाया. इस पर भाजपा चुनाव आयोग को बीजेपी आयोग बनाना चाहती है.
मध्य प्रदेश में प्रियंका वाड्रा पर हुई एफआईआर पर कहा कि भाजपा में भ्रष्टाचार तो है ही. बीजेपी कोई भी सच्चाई बर्दाश्त नहीं कर सकती, FIR हुई है तो इसका जवाब भी दिया जाएगा. वहीं अतीक अहमद की पत्नी और गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी के सवालों पर अखिलेश यादव लेकर बचते नजर आए. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग दरार जीवी लोग हैं. इशारों इशारों में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के सदन में हुई चर्चा की तरफ इशारा करते हुए अपने और चाचा के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया.
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