रूस-यूक्रेन संकट : महिला सांसद ने पढ़ी महमूद दरवेश की कविता, भारत से मध्यस्थता की अपील
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तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके की लोक सभा सांसद टी सुमति थंगापंडियन ने यूक्रेन में उपजे मानवीय संकट पर चर्चा के दौरान फिलिस्तीन के कवि की रचना का प्रयोग किया और भारत से मध्यस्थता की अपील (t sumathy urged india for mediation) की. हालात की गंभीरता का उल्लेख कर थंगापंडियन ने कहा, भारत को नैतिक जवाबदेही लेते हुए ईमानदार मध्यस्थ की भूमिका निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा खाद्यान्न उत्पादक देश है, जबकि रूस यूरोप में गैस निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश है. उन्होंने अंग्रेजी में महमूद दरवेश की कविता में लिखा गया अंश भी पढ़ा (Thangapandian quotes mahmoud darwish). कविता में लिखा गया है, 'युद्ध समाप्त हो जाएगा, नेता एक-दूसरे से हाथ मिलाएंगे, बूढ़ी महिला अपने शहीद बेटे का इंतजार करेगी, पत्नी अपने महबूब पति का इंतजार करेगी, बच्चे अपने हीरो पिता का इंतजार करेंगे.' फिलिस्तीन के कवि महमूद दरवेश के काव्यांश (russia ukraine war mahmoud darwish poem) में लिखा गया है कि मुझे नहीं पता हमारी मातृभूमि को किसने बेच डाला, लेकिन उन्होंने ये जरूर देखा है कि युद्ध की कीमत किसने चुकाई है. इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी गत 25 फरवरी को कवि महमूद दरवेश की इस कविता को ट्वीट किया था.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:22 PM IST