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सीनियर डॉक्टर से जानिए कितना खतरनाक है नया वेरिएंट जेएन.1 और बचने के उपाय - Covid 19 sub variant jn1

नया वेरिएंट JN.1 तेजी से फैलने वाला है, इसमें ओमीक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही लक्ष्ण पाए गए हैं. नया वेरिएंट कितना खतरनाक है और इससे बचाव के क्या उपाय हैं, बता रही हैं डॉ. सपना यादव. Covid19 subvariant jn.1 , jn.1 danger precautions , jn.1 subvariant .

covid19 subvariant jn1 danger precautions
जेएन.1
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By IANS

Published : Dec 28, 2023, 4:51 PM IST

Updated : Dec 29, 2023, 6:25 AM IST

ग्रेटर नोएडा : कोविड-19 के नया वेरिएंट जेएन.1 एक चिंताजनक वेरिएंट है. केरल में जेएन.1 नामक चिंताजनक नए वेरिएंट की पहचान होने के बाद सभी जगह पर इससे बचाव को लेकर कार्य शुरू हो गया है. नया वेरिएंट कितना खतरनाक है, इससे बचाव के क्या-क्या उपाय हैं, इन पर सर्वोदय अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के पल्मोनोलॉजी की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सपना यादव ने जानकारी दी है.

  • Sparking fresh concerns, #Maharashtra reported two #Covid19 deaths and 87 new cases, while 10 persons were diagnosed with new variant, JN.1, health officials said.

    The state has JN.1 patients in #Thane (5), Pune (3), Akola and Sindhdurg (1 each), comprising 8 males, 1 female and… pic.twitter.com/gdYdvgYVW5

    — IANS (@ians_india) December 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उनके मुताबिक जेएन.1 वेरिएंट मे ओमीक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही लक्ष्ण पाए गए हैं, लेकिन इसमें एक विशिष्ट स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन है. यह तेजी से फैलने वाला और हल्के लक्षणों को प्रदर्शित करता है, लेकिन ये पहले के वेरिएंट से अभी तक थोड़ा कम खतरनाक साबित हुआ है. डॉ. यादव के मुताबिक JN1 से संक्रमित रोगियों को तात्कालिक लक्षण जैसे बुखार, नाक से रक्तस्राव, गले में खराश, सिरदर्द, और कई मामलों में मध्यम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं. कुछ रोगियों को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है. इसके इलाज के लिए कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग के साथ क्लिनिकल लक्षण मूल्यांकन शामिल है. संक्रमण के जोखिम कारकों में उम्र, लिंग, धूम्रपान, और सीओपीडी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, और मैलिग्नेंसी जैसी पूर्व मौजूदा स्थितियां शामिल हैं.

  • #China is taking proactive measures to counter new #COVID19 cases caused by JN.1 variant of virus, which is spreading globally, China's health authority said.

    "China is routinely monitoring COVID-19 infections to determine trend of infection spread and virus mutation," said Li… pic.twitter.com/AOEj9nVBaG

    — IANS (@ians_india) December 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने बताया कि उपचार सहायक है, पैक्सलोविड, मोलनुपिराविर (लेगेवरियो) और रेमेडिसविर (वेक्लरी) जैसे एंटीवायरल दबा दी जाती है, जो सीडीसी दिशानिर्देशों के अनुसार है. डब्लूएचओ के अनुसार वर्तमान टीके JN 1 और अन्य वेरिएंट में उपयोगी हैं. डॉ. सपना ने इससे बचने के लिए सतर्क रहने, मास्क पहनने, श्वसन शिष्टाचार, नियमित हाथों की सफाई, टीकाकरण के साथ अपडेट रहने, और बीमार होने पर घर में रहने की सलाह दी है. खास तौर पर गाइडलाइंस का पालन जरूर किया जाना चाहिए. Covid19 subvariant jn.1 , jn.1 danger precautions , jn.1 subvariant .

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ग्रेटर नोएडा : कोविड-19 के नया वेरिएंट जेएन.1 एक चिंताजनक वेरिएंट है. केरल में जेएन.1 नामक चिंताजनक नए वेरिएंट की पहचान होने के बाद सभी जगह पर इससे बचाव को लेकर कार्य शुरू हो गया है. नया वेरिएंट कितना खतरनाक है, इससे बचाव के क्या-क्या उपाय हैं, इन पर सर्वोदय अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के पल्मोनोलॉजी की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सपना यादव ने जानकारी दी है.

  • Sparking fresh concerns, #Maharashtra reported two #Covid19 deaths and 87 new cases, while 10 persons were diagnosed with new variant, JN.1, health officials said.

    The state has JN.1 patients in #Thane (5), Pune (3), Akola and Sindhdurg (1 each), comprising 8 males, 1 female and… pic.twitter.com/gdYdvgYVW5

    — IANS (@ians_india) December 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उनके मुताबिक जेएन.1 वेरिएंट मे ओमीक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही लक्ष्ण पाए गए हैं, लेकिन इसमें एक विशिष्ट स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन है. यह तेजी से फैलने वाला और हल्के लक्षणों को प्रदर्शित करता है, लेकिन ये पहले के वेरिएंट से अभी तक थोड़ा कम खतरनाक साबित हुआ है. डॉ. यादव के मुताबिक JN1 से संक्रमित रोगियों को तात्कालिक लक्षण जैसे बुखार, नाक से रक्तस्राव, गले में खराश, सिरदर्द, और कई मामलों में मध्यम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं. कुछ रोगियों को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है. इसके इलाज के लिए कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग के साथ क्लिनिकल लक्षण मूल्यांकन शामिल है. संक्रमण के जोखिम कारकों में उम्र, लिंग, धूम्रपान, और सीओपीडी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, और मैलिग्नेंसी जैसी पूर्व मौजूदा स्थितियां शामिल हैं.

  • #China is taking proactive measures to counter new #COVID19 cases caused by JN.1 variant of virus, which is spreading globally, China's health authority said.

    "China is routinely monitoring COVID-19 infections to determine trend of infection spread and virus mutation," said Li… pic.twitter.com/AOEj9nVBaG

    — IANS (@ians_india) December 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने बताया कि उपचार सहायक है, पैक्सलोविड, मोलनुपिराविर (लेगेवरियो) और रेमेडिसविर (वेक्लरी) जैसे एंटीवायरल दबा दी जाती है, जो सीडीसी दिशानिर्देशों के अनुसार है. डब्लूएचओ के अनुसार वर्तमान टीके JN 1 और अन्य वेरिएंट में उपयोगी हैं. डॉ. सपना ने इससे बचने के लिए सतर्क रहने, मास्क पहनने, श्वसन शिष्टाचार, नियमित हाथों की सफाई, टीकाकरण के साथ अपडेट रहने, और बीमार होने पर घर में रहने की सलाह दी है. खास तौर पर गाइडलाइंस का पालन जरूर किया जाना चाहिए. Covid19 subvariant jn.1 , jn.1 danger precautions , jn.1 subvariant .

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Last Updated : Dec 29, 2023, 6:25 AM IST
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