बेतिया: जिले में सेविका- सहायिका की चयन प्रक्रिया के जमकर मारपीट हुई है. इस मारपीट के दौरान जमकर लात-घूसों की बरसात की गई. वहीं, मची भगदड़ में लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई.
मामला नरकटियागंज के परोराहा पंचायत के वार्ड नंबर एक का है. यहां से जो तस्वीरें सामने आयी हैं, उससे लगता है कि ये किसी अखाड़े या किसी जमीन को लेकर लड़ाई की जा रही है. लेकिन सच तो ये है कि ये लड़ाई सेविका, सहायिका के चयन के लिए बुलाये गये आम लोगों के बीच चल रही है.
चयन प्रक्रिया को लेकर हुई लड़ाई...
आरोप है कि सेविका की बहाली प्रक्रिया के लिए आए आवदेनों में तीसरे नंबर पर आई आवेदिका के परिजनों ने ये मारपीट शुरू की. इस मारपीट में लाठी-डंडे तक निकल आए. वहीं, हो रही मारपीट को देखते ही परिवेक्षिका गार्गी गुंजन जान बचाकर भागना पड़ा. परिवेक्षिका से सारे दस्तावेज ग्रामीणों ने छीन लिए.
जान बचाकर भागीं प्रवेक्षिका
इस बाबत परिवेक्षिका गार्गी गुंजन का कहना है कि प्रक्रिया अंतिम चरण में थी. तभी तीन नंबर के आवेदिका के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और मारपीट करने लगे. चयन प्रक्रिया के जितने भी दस्तावेज मेरे पास थे, उसे हंगामा करने वालों ने छीन लिया.
चयनित उम्मीदवार के छीन लिए गए दस्तावेज
वहीं, चयनित उम्मीदवार श्रेया कुमारी का कहना है कि मेरा चयन होने पर तीन नंबर के आवेदिका के परिजनों ने जमकर मारपीट की है. श्रेया का कहना है कि उनके सारे सर्टिफिकेट छीन लिए गए हैं. उनके नंबर ज्यादा थे इसलिए मेरा चयन किया गया.
- चयनित उम्मीदवार ने बताया कि पूरी मारपीट के दौरान घूस देने की बात की जा रही है, जबकि ऐसा नहीं हुआ है.
- वहीं, परिवेक्षिका ने बताया कि बहाली प्रक्रिया नियमावली के अनुसार की गई है.
- पूरे मामले के बारे में जिला प्रशासन को सूचित किया जा चुका है.