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रात के अंधेरे में स्कूल से मीड-डे मिल का चावल चुराते शिक्षक को ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा

मामला बिगड़ता देख विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका शैलजा पांडे मौके पर पहुंच कर उग्र लोगों को समझाने में जुट गई. उन्होंने अपने पति के इस कारनामे पर हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि इस गलती को माफ किया जाए. आगे से इस तरह की कोई गलती नहीं होगी.

मीड-डे-मिल का चावल चुराते शिक्षक
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Published : Nov 24, 2019, 3:22 PM IST

पं.चंपारण: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को नियमित खाना मिले, इसके लिए मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत की गई थी. लेकिन सरकार की ये महात्कांक्षी योजना शिक्षकों के कारनामे के वजह से दम तोड़ती नजर आ रही है. ताजा मामला जिला मुख्यालय बेतिया के रानीपुर रमपुरवा पंचायत के टीकछापर स्कुल का है. जहां विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति रात के अंधेरे में विद्यालय से मीड-डे-मील का चावल चुराते रंगे हाथ पकड़े गए. जिसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ कर बंधक बना लिया.

माफी मांगती विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका
माफी मांगती विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका

ग्रामीणों ने किया उग्र प्रदर्शन
बताया जा रहा है प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति का ये कारनामा उजागर होने के बाद गांव के मुखिया ने स्थानीय स्तर पर मामले को सुलझाने की हर संभव कोशीश की. लेकिन स्थानीय लोग आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. जिसके बाद लोगों ने उग्र विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया.

पं.चंपारण
एमडीएम प्रभारी मो. एकरवानीक

ये भी पढ़ें- गया: मध्य विद्यालय डेल्हा की स्थिति बदहाल, नहीं है पीने का पानी और शौचालय की व्यवस्था

प्रधानाध्यापिका ने हाथ जोड़कर मांगी माफी
इधर मामला बिगड़ते देख विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका शैलजा पांडे मौके पर पहुंच कर उग्र लोगों को समझाने में जुट गई. उन्होंने अपने पति के इस कारनामे पर हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि इस गलती को माफ किया जाए. आगे से इस तरह की कोई गलती नहीं होगी.

जांच पड़ताल में जुटे पदाधिकारी
मामला संज्ञान में आने के बाद जांच को स्कूल में पहुंचे एमडीएम प्रभारी मो. एकरवानीक ने बताया कि मामला बेहद गंभीर और संवेदनशील है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल चल रही है. जांच के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

पं.चंपारण
बरामद चावल

क्या है मिड-डे-मील?
मिड-डे-मील मतलब मध्याह्न भोजन योजना भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसके तहत देश के प्राथमिक-लघु माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को दोपहर का भोजन निशुल्क प्रदान किया जाता है. इस योजना का उद्देश्य विद्यालयों में छात्रों का नामांकन बढ़ाने और उपस्थिति को लेकर किया गया था.

विद्यालय से मीड-डे-मिल का चावल चुराते शिक्षक को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा

मेन्यू के अनुसार भोजन परोसने का है नियम
गौरतलब है कि मध्याह्न भोजन के तहत जारी नियमों के अनुसार विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन मेन्यू के अनुसार दिए जाने से लेकर भोजन परोसने तक की व्यवस्था दी गई है. विद्यालय में माता समितियां गठित है. बच्चों को खाना परोसने से पहले रसोइयां, माता समिति के सदस्य और शिक्षक द्वारा खाने को चखने की व्यवस्था शामिल है. लेकिन ये सभी नियम सरकारी कागजों तक ही सीमित हैं.

पं.चंपारण: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को नियमित खाना मिले, इसके लिए मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत की गई थी. लेकिन सरकार की ये महात्कांक्षी योजना शिक्षकों के कारनामे के वजह से दम तोड़ती नजर आ रही है. ताजा मामला जिला मुख्यालय बेतिया के रानीपुर रमपुरवा पंचायत के टीकछापर स्कुल का है. जहां विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति रात के अंधेरे में विद्यालय से मीड-डे-मील का चावल चुराते रंगे हाथ पकड़े गए. जिसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ कर बंधक बना लिया.

माफी मांगती विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका
माफी मांगती विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका

ग्रामीणों ने किया उग्र प्रदर्शन
बताया जा रहा है प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति का ये कारनामा उजागर होने के बाद गांव के मुखिया ने स्थानीय स्तर पर मामले को सुलझाने की हर संभव कोशीश की. लेकिन स्थानीय लोग आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. जिसके बाद लोगों ने उग्र विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया.

पं.चंपारण
एमडीएम प्रभारी मो. एकरवानीक

ये भी पढ़ें- गया: मध्य विद्यालय डेल्हा की स्थिति बदहाल, नहीं है पीने का पानी और शौचालय की व्यवस्था

प्रधानाध्यापिका ने हाथ जोड़कर मांगी माफी
इधर मामला बिगड़ते देख विद्यालय कि प्रधानाध्यापिका शैलजा पांडे मौके पर पहुंच कर उग्र लोगों को समझाने में जुट गई. उन्होंने अपने पति के इस कारनामे पर हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि इस गलती को माफ किया जाए. आगे से इस तरह की कोई गलती नहीं होगी.

जांच पड़ताल में जुटे पदाधिकारी
मामला संज्ञान में आने के बाद जांच को स्कूल में पहुंचे एमडीएम प्रभारी मो. एकरवानीक ने बताया कि मामला बेहद गंभीर और संवेदनशील है. फिलहाल मामले की जांच पड़ताल चल रही है. जांच के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

पं.चंपारण
बरामद चावल

क्या है मिड-डे-मील?
मिड-डे-मील मतलब मध्याह्न भोजन योजना भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसके तहत देश के प्राथमिक-लघु माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को दोपहर का भोजन निशुल्क प्रदान किया जाता है. इस योजना का उद्देश्य विद्यालयों में छात्रों का नामांकन बढ़ाने और उपस्थिति को लेकर किया गया था.

विद्यालय से मीड-डे-मिल का चावल चुराते शिक्षक को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा

मेन्यू के अनुसार भोजन परोसने का है नियम
गौरतलब है कि मध्याह्न भोजन के तहत जारी नियमों के अनुसार विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को भोजन मेन्यू के अनुसार दिए जाने से लेकर भोजन परोसने तक की व्यवस्था दी गई है. विद्यालय में माता समितियां गठित है. बच्चों को खाना परोसने से पहले रसोइयां, माता समिति के सदस्य और शिक्षक द्वारा खाने को चखने की व्यवस्था शामिल है. लेकिन ये सभी नियम सरकारी कागजों तक ही सीमित हैं.

Intro:एंकर--------- स्कुल के बच्चों का निवाला चोरी करते पकड़े गए शिक्षक, ग्रामीणों ने रात के अंधेरे में चोरी करते रँगे हाथ चावल के साथ पकड़ा ... जी हां चनपटिया के रानीपुर रमपुरवा पंचायत के टीकछापर स्कुल में देर रात्रि स्कुल की प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति अपने आदमी के साथ स्कुल से मध्यान्ह भोजन के चावल की चोरी कर रहे थे तभी ग्रामीणों ने पकड़ लिया, रात के अंधेरे में स्कुल में चोरी करते पकड़े जाने पर पूरे गाँव के साथ साथ मुखिया भी आये लेकिन पंचायत में बात नही बनी।

Body:------ ग्रामीणों ने सुबह से ही स्कुल बन्द कर दिया है गेट पर चावल के बोरा रख प्रदर्शन कर रहे है मौके पर पुलिस भी पहुची है एमडीएम प्रभारी भी पहुचे है ग्रामीण शिक्षकों की तबादले की मांग कर रहे है।

----- मामला ने जब तूल पकड़ लिया तब स्कुल की प्रधानाध्यापिका स्कुल में पहुची और ग्रामीणों से हाथ जोड़कर माफी मांगी है आज से ऐसी गलती नही होगी तरह तरह के प्रशासन के तरफ से समझौता कराया गया है तब स्कुल खुल सका है।
Conclusion:----- ऐसा स्कुल जंहा शिक्षक ही बच्चो की निवाला चोरी करते पकड़े जाते है फिर हाथ जोड़कर ग्रामीणों से माफी भी मांगते है तो वैसे स्कुलो में ऐसे शिक्षक बच्चो को क्या पाठ पढ़ाएंगे..यंही नही जांच करने आये एमड़ीएम प्रभारी इस मुद्दे पर नही बोल रहे है जब पूरा मामला साफ हो गया है तो इससे बड़ा शिक्षा के लिए शर्म की और क्या बात होगी।

बाईट---- शैलजा पांडे---हाथ जोड़कर माफी मांगते
बाईट----मो. एकरवानीक ---एमडीएम प्रभारी

रात में लाइव चोरी करते पकड़े गए प्रधानाध्यापिका के शिक्षक पति
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