बेतिया: जिला से मात्र 22 किलोमीटर की दूरी पर मझौलिया प्रखंड के डुमरी पंचायत का कोहड़ा बिन टोली और हरिजन टोली 2 गांव टापू बन गए हैं. उनकी सुध लेने कोई अधिकारी अभी तक नहीं पहुंचा है. जब ईटीवी भारत को इसकी जानकारी मिली तो संवाददाता उस गांव के लोगों का हाल और उनकी समस्या जानने दो किलोमीटर दूर नाव पर सवार होकर उनके पास पहुंचे.
लोगों का हाल बेहाल
जब ईटीवी भारत का संवाददाता इस गांव में पहुंचा तो पूरा गांव उमड़ गया. लोगों में उम्मीद जगी कि अब कहीं हमारी बात बिहार सरकार तक पहुंचेगी और उन्हें राहत मिलेगी. बाढ़ के कारण ग्रामीणों की हालत बद से बदतर है. यहां बाढ़ पीड़ितों को मदद के नाम पर कुछ नहीं मिला है.
मुश्किल में बाढ़ पीड़ित
गौरतलब है कि पिछले 12 दिनों से इस गांव के लोग पानी से घिरे हुए हैं. 3 दिन तक खाना नसीब नहीं हुआ था. ग्रामीण महिलाएं अपनी आपबीती सुनाते हुए रोने लगी और कहा कि कोई भी हमलोगों की सुध लेने नहीं पहुंचा है. हमलोगों को काफी परेशानी हो रही है. सरकार सिर्फ घोषणा ही करती है लेकिन हमलोगों को कोई राहत नहीं मिल रही है.
सरकारी अधिकारी नहीं ले रहे सुध
डुमरी पंचायत के मुखिया पति सोनू राय ने बताया कि उन्होंने जिला से लेकर ब्लॉक तक के अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी है. लेकिन कहीं से भी इन गांव वालों को कोई मदद नहीं मिल रही है. जिसके कारण ये लोग बहुत परेशान हैं.