बेतिया(वाल्मीकिनगर): वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में वन जीवों की रक्षा, गश्ती और जंगल सफारी के लिए रखे गए चार हाथियों में से दो हाथी चरने के दौरान आपस में भिड़ गए. जिसमें एक हाथी गंभीर रूप से घायल हो गया. हाथी का इलाज डीएफओ के निर्देश पर पशु चिकित्सक कर रहे हैं. हाथी की स्थिति अब ठीक बताई जा रही है.
कर्नाटक से आये थे चार हाथी
घने जंगल और खूंखार जानवरों के बीच जंगल के गश्त में हो रही समस्या को देखते हुए वन विभाग ने कर्नाटक से चार हाथी मणि कंठ, द्रोण, बालाजी और राजा को लाया था. इसमें मणि कंठ और द्रोण जटाशंकर के पास चारा चर रहे थे. इसी बीच द्रोण ने मणि कंठ पर हमला कर दिया. इसमें मणि कंठ जख्मी हो गया.
पहले भी हो चुकी है भिड़ंत
इसकी सूचना डीएफओ गौरव ओझा ने पशु चिकित्सक को देकर इलाज शुरू कराया है. पशु डॉक्टर एसबी रंजन ने बताया कि हाथी को चोट आई है. उसका इलाज किया जा रहा है.
ठीक होने में एक सप्ताह का समय लगेगा. द्रोण हाथी शरारती और नटखट होने के कारण कई बार आपस में भिड़ जाते हैं. इसके पूर्व चरने के क्रम में दरुआबारी जंगल में दो बार और सोनहा नदी के पास एक बार पूर्व में भी भिड़ंत हो चुकी है.
महावत ने किया बीच बचाव
यह चौथी बार है, जब द्रोण हाथी ने किसी साथी हाथी को नुकसान पहुंचाया है. डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि वन्य जीव है. एक साथ रहते हैं. जिस कारण आपसी भिड़ंत हो जाना स्वाभाविक बात है. जिनमें मणिकंठ जख्मी हो गया. महावत के बीच बचाव से दोनों हाथियों को शांत किया गया है. चिकित्सक के मुताबिक एक सप्ताह में इसके जख्म पूरी तरह ठीक हो जाएंगे. हाथी की मॉनिटरिंग की जा रही है.