बेतिया: बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल क्षेत्र से वन्य जीवों के भटकने का सिलसिला थम नहीं रहा है. हाल ही में तेंदुआ के गांवों में घुसने से लोगों के जान माल का नुकसान तो हुआ ही, अब बीते 3 दिनों से एक बाघ दियारा पहुंच गया है. बाघ देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. ऐसे में लॉक डाउन के चलते पहले से घरों में दुबके लोग अब खेतों और नदी तट पर भी जाने से परहेज कर रहे हैं. लोग वन विभाग से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
तीन दिन पहले मछुआरों ने देखा था बाघ
बताया जा रहा है कि वीटीआर के जंगल से भटका बाघ भितहा के बिनही स्थित प्रखंड कार्यालय के पास पहुंच गया. जिससे आसपास के गांव में हड़कंप मच गया है. दरअसल मछुआरों ने बाघ को बिनही गांव के सरेह में सोमवार की दोपहर में देखा और मछली मारना छोड़कर भाग खड़े हुए.
वन विभाग को किया सूचित
ग्रामीणों की सूचना पर वनकर्मी गांव में लगातार कैम्प कर रहे हैं. उन्होंने मंगलवार सुबह और दोपहर बाघ का पगमार्क देखकर बाघ के दियारा में होने की पुष्टि की है. वन कर्मी बाघ का पगमार्क देख उस तक पहुंचने की कोशिश में हैं. लेकिन अब तक उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी है. हालांकि वनकर्मी और पुलिस प्रशासन ने लोगों से ऐहतियात के तौर पर अपील की है कि वे अपने खेतों और नदी की तरफ न जाएं.
गेंहू की फसल कटाई हो रही प्रभावित
बाघ की चहलकदमी से डरे सहमे किसान घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. जिससे खेती किसानी समेत अनिवार्य सेवा कार्यों पर विराम लग गया है. एक तरफ लॉक डाउन से लोग परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बाघ ने किसानों को संकट में डाल दिया है. जिससे किसान अपनी गेंहू की फसल नहीं काट पा रहे हैं.