बेतिया (वाल्मीकिनगर): गंडक बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में बढ़ोत्तरी और भारी बारिश से जिले के तराई क्षेत्र के सैकड़ों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. भारी बारिश और बाढ़ के पानी के दबाव से श्रीपत नगर गांव को बचाने के लिए मनरेगा योजना से बने बांध पर भी कटाव शुरू हो गया है. इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ सीमावर्ती यूपी के लोगों में भी दहशत का माहौल है.
पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा पंचायत के मुखिया छेदीलाल प्रसाद ने बताया कि निर्माणाधीन छितौनी तमकुही रेल परियोजना के लिए बने बांध पर भी कटाव शुरू हो गया है. इस बांध के कटाव हो जाने से स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. इस समय पूरे पंचायत में 3 से 4 फीट पानी लग गया है. वहीं, बांध के कटाव की सूचना के बाद भी अभी तक कोई अधिकारी मौके का निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं.
लोगों की बढ़ी समस्या
इसके अलावा मंझरिया पंचायत के दर्जनों गांव के लोगों ने बताया कि रेल बांध के पूरा हो जाने से उनका गांव बच जाता. अभी के समय में गांव के दोनों तरफ तो बांध बन गया है, लेकिन गांव के सामने बांध नहीं बनने से नदी की एक धार का झुकाव गांव की तरफ हो गया है. इससे बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं, रेलवे की अधिकृत जमीन में बसे लोगों का सुरक्षित स्थान पर नहीं जाने से लोगों की मुश्किल और बढ़ गई है.