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इंडो-नेपाल सीमा पर बच्चों ने निकाली झांकियां, सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने का दिया संदेश - गणतंत्र दिवस

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह झांकी इंडो-नेपाल सीमा के गंडक बैराज से होते हुए 5 किमी तक निकाली गई. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से खत्म करने के लिए जागरुकता फैलाना है.

बगहा
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Published : Jan 26, 2020, 7:01 PM IST

बगहाः जिले के वाल्मीकिनगर स्थित इंडो-नेपाल सीमा पर धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया. इस मौके पर एडुरेज वर्ल्ड स्कूल के बच्चों ने झांकी के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने का संदेश दिया. लोगों ने बच्चों के इन झांकियों की जमकर सराहना की.

झांकी के माध्यम से जागरुकता का संदेश
स्कूल के छात्र-छात्राओं ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चों ने विभिन्न प्रकार की झांकी निकाल कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया. वहीं, स्कूली बच्चों ने भारत माता की रखवाली में तैनात जवानों की मुस्तैदी का भी परिचय दिया. झांकी के साथ-साथ बच्चों ने परेड भी किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

कुरीतियों को खत्म करना उद्देश्य
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह झांकी इंडो-नेपाल सीमा के गण्डक बराज से होते हुए 5 किमी तक निकाली गई. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से खत्म करना है.

बगहाः जिले के वाल्मीकिनगर स्थित इंडो-नेपाल सीमा पर धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया. इस मौके पर एडुरेज वर्ल्ड स्कूल के बच्चों ने झांकी के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने का संदेश दिया. लोगों ने बच्चों के इन झांकियों की जमकर सराहना की.

झांकी के माध्यम से जागरुकता का संदेश
स्कूल के छात्र-छात्राओं ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बच्चों ने विभिन्न प्रकार की झांकी निकाल कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया. वहीं, स्कूली बच्चों ने भारत माता की रखवाली में तैनात जवानों की मुस्तैदी का भी परिचय दिया. झांकी के साथ-साथ बच्चों ने परेड भी किया.

देखें पूरी रिपोर्ट

कुरीतियों को खत्म करना उद्देश्य
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह झांकी इंडो-नेपाल सीमा के गण्डक बराज से होते हुए 5 किमी तक निकाली गई. उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से खत्म करना है.

Intro:वाल्मीकिनगर स्थित इंडो-नेपाल सीमा पर भी धूम धाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक निजी विद्यालय के बच्चों ने सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने का संदेश झांकी के माध्यम से दिया। बच्चों के इन झांकियों की लोगों ने जमकर सराहना की।


Body:दहेज प्रथा, बाल विवाह, व वृक्ष बचाने का संदेश देता झांकी।।
वाल्मीकिनगर के एडुरेज वर्ल्ड स्कूल के छात्र-छात्राओं ने गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन के बाद झांकी निकाल बाल विवाह, दहेज प्रथा, वृक्ष बचाओ का संदेश दिया। छात्रों ने भारत माता की रखवाली में तैनात जवानों की मुस्तैदी का परिचय देता हुआ भी झांकी का प्रदर्शन किया।
सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने की पहल
झांकी के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने का संदेश दिया। इंडो नेपाल सीमा पर इस तरह की पहली झांकी निकाली गई थी जिसको देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। झांकी के साथ साथ विद्यालय के बच्चों ने मार्च पास्ट भी किया।



Conclusion:5 किमी तक निकली झांकी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह झांकी इंडो नेपाल सीमा के गण्डक बराज से होते हुए 5 किमी तक प्रदर्शित किया गया। इस झांकी का मुख्य उद्देश्य समाज मे व्याप्त कुरीतियों को जड़ से मिटाने का सन्देश देना था।
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