बेतिया: बिहार के बेतिया में अंतरराष्ट्रीय टाइगर दिवस के अवसर पर प्रभात फेरी निकाली गई. जो वन कार्यालय से होते हुए समाहरणालय गेट पहुंची. बता दें कि 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय टाइगर डे मनाया जाता है. लेकिन कल मोहर्रम होने के वजह से सुरक्षा के दृष्टिकोण से वन विभाग ने आज ही अंतरराष्ट्रीय टाइगर दिवस के अवसर पर प्रभात फेरी निकाली है.
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बच्चों ने लगाए बाघ बचाओ के नारे: प्रभात फेरी में स्कूली छात्र- छात्राएं टाइगर का मास्क पहन बाघ बचाओ के नारे लगाते दिखे. बेतिया वन प्रमंडल के डीएफओ अतीश कुमार ने बताया कि सुबे का एकमात्र वाल्मीकि टाइगर रिजर्व बाल्मीकि नगर में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिससे हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है. आने वाले जनरेशन को यह बताना जरूरी है कि वन्यजीवों की रक्षा की जाए.
"हमारी जिम्मेदारी है कि आने वाली जनरेशन को वन्यजीवों की रक्षा करने की बात बताएं. आज जरूरत है कि अपने विलुप्त होते जानवरों की रक्षा करें. उसके लिए अंतरराष्ट्रीय टाइगर दिवस पर प्रभात फेरी के साथ अन्य कार्यक्रम किए गए हैं. "- आतिश कुमार, डीएफओ, पश्चिमी चंपारण
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में 50 बाघः बता दें सुबे का एकमात्र वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जो पश्चिमी चंपारण जिले के बाल्मीकि नगर में स्थित है. जहां बाघों की संख्या लगभग 50 है. ज्ञात हो कि 5 साल पहले तक वीटीआर में बाघों की संख्या महज 28 थी. बाघों की देख रेख के लिए समुचित व्यवस्था की जाती है. 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है. लेकिन मोहर्रम को देखते हुए पश्चिमी चंपारण जिले में आज सुबह ही प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों स्कूली बच्चे शामिल हुए.