बेतियाः बिहार के बेतिया में पुलिस (Police disclose Property dealer Rajesh murder case) ने चर्चित प्रॉपर्टी डीलर राजेश हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. इस मामले में सफेदपोश सहित पांच लोग गिरफ्तार (five arrested in murder case at bettiah) हुए हैं, जिनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं. हत्याकांड के आरोपी जिमि उर्फ़ जितेंद्र सहित पूर्व चेयरमैन राधेश्याम तिवारी को भी पुलिस ने पकड़ लिया है. बेतिया एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने मामले के उद्भेदन की जानकारी देते हुए बताया कि ये हत्या राजनितिक और व्यवसायी कारणों से हुई थी. इस मामले में कई अन्य लोगों से आगे भी पूछताछ जारी है.
ये भी पढ़ेंः बेतिया में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, ऑफिस से घर लौटने के दौरान बदमाशों मे मारी गोली
क्या है पूरा मामलाः दरअसल 2 दिसंबर की रात प्रॉपर्टी डीलर राजेश श्रीवास्तव की हत्या कर दी गई थी. घटना शिकारपुर थाना क्षेत्र के नरकटियागंज भगवती सिनेमा चौक के पास घटी थी, जब वो अपने घर जा रहे थे. राजेश श्रीवास्तव के ऊपर अपराधियों ने तीन से चार राउंड गोलीबारी की थी. आनन-फानन में राजेश श्रीवास्तव व एक और अन्य व्यक्ति को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया. जहां से डॉक्टरों ने उन्हें बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया था. जहां इलाज के दौरान प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई थी.
सीसीटीवी फुटेज भी आया था सामनेः प्रॉपर्टी डीलर की हत्या मामले में सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह दो नकाबपोश अपराधी बाइक से आते हैं और राजेश श्रीवास्तव पर गोलीबारी कर भाग जाते हैं. सीसीटीवी फुटेज सामने आते ही पुलिस इसके आधार पर अपराधियों की तलाश में जुट गई थी. सीसीटीवी फुटेज से यह पता चलता है कि राजेश श्रीवास्तव कि हत्या के समय चौक पर अपराधी पहले से ही मौजूद थे. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई अन्य लोगों से पूछताछ अभी जारी है. पुलिस के मुताबिक हत्या राजनितिक और व्यवसायी कारणों से हुई है, हालांकि शुरू में ये मामला प्रेम प्रसंग का भी बताया गया था.
कुख्यात अपराधी फिरदौस मामले में आरोपीः इस हत्याकांड में कुख्यात अपराधी फिरदौस अख्तर और मोनू शर्मा का नाम भी सामने आ रहा है. जिसके विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है, लेकिन इनकी गिरफ्तारी अभी नहीं हो सकी है. बता दें कि 25 जून 2022 को बिहार के शिकारपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर व मोस्टवांटेड अपराधी गोरख ठाकुर उर्फ वीरेंद्र की हत्या लखनऊ के कैंट इलाके में दिन दहाड़े गोली मार दी गई थी. हत्या का आरोप फिरदौस पर ही लगा था. उसी वक्त से फिरदौस चर्चा में है. वहीं मामले में कुख्यात फ़िरदौस का नाम जुड़ने से नरकटियागंज के व्यवसाइयों में खौफ का माहौल हो गया है.