बगहा: बिहार के पूर्णिया में डॉक्टर पर जानलेवा हमला मामले को लेकर बगहा सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद है. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण ओपीडी सेवा का लाभ उठाने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. बता दें कि इस अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 200 मरीज ओपीडी में पहुंचते हैं. लिहाजा, ओपीडी सेवा बाधित होने से इलाज कराने आए मरीजों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.
इलाज नहीं होने से मायूष लौट रहे मरीज: दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से मरीज इलाज कराने अस्पताल तो पहुंच रहे हैं, लेकिन जब उन्हें डॉक्टरों के हड़ताल की जानकारी हो रही है तो वापस मायूष लौट जा रहे हैं. मरीजों ने बताया की अस्पताल पहुंचने पर पता चला की ओपीडी में इलाज नहीं किया जा रहा है. इतनी दूर से आने के कारण उन्हें परेशानी हो रही है.
क्या है पूरा मामला?: पिछले दिनों पूर्णिया में डॉ राजेश पासवान के क्लीनिक में एक मरीज की मौत के बाद परिजन एवं स्थानीय लोगों के द्वारा तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमें डॉ राजेश पासवान पर जानलेवा हमला किया गया था. घटना में राजेश पासवान गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना से दिल्ली रेफर किया गया है.
"पूर्णिया के सर्जन डॉ राजेश पासवान के ऊपर हुए हमले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है. इसी को लेकर सभी डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. 22 नवंबर को आईएमए ने आपात बैठक बुलाई है."- डॉ नदीम जावेद, चिकित्सक